रांचीः झारखंड में कोरोना के संक्रमण (Corona Infection) की रफ्तार को कम करने के लिए कोरोना टीकाकरण (Corona Vaccination) तेजी से चल रहा है. प्रदेश में वैक्सीनेशन अपनी रफ्तार पर है. रांची समेत लगभग सभी जिलों में टीकाकरण तेजी से हो रहा है. राजधानी के विभिन्न वैक्सीनेशन सेंटर्स (Vaccination Centers) में 3 जुलाई को एक दिन में रिकॉर्ड 1 लाख 42 हजार लोगों ने टीका लिया.
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रविवार को भी राजधानी रांची में इसी रफ्तार से टीकाकरण हुआ. शहर के विभिन्न टीकाकरण सेंटर्स में काफी भीड़ दिखी. कोरोना वैक्सीन को लेकर लोगों में उत्साह काफी है, पर स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्था से टीका लेने आए लोग थोडे मायूस हैं. सबसे ज्यादा बुजुर्गों को परेशानी झेलनी पड़ रही है. क्योंकि वैक्सीनेशन सेंटर्स में बैठने की व्यवस्था नहीं है, इस वजह से उन्हें लगातार कई घंटों तक कतार में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करना पड़ रहा है.
82 साल के रंजीत मित्रा ने ईटीवी भारत (Etv Bharat) से अपना दर्द साझा करते हुए बताया कि उन्हें खड़ा होने के लिए सहारा लेना पड़ रहा है. लंबे वक्त से लाइन में खड़े रहने से उन्हें परेशानी हो रही है. लेकिन वैक्सीन (Vaccine) लेना भी जरूरी है, इसलिए मजबूरन वो तकलीफ झेलकर कतार में खड़े हैं. अगर सेंटर में बैठने की जगह होती तो उन्हें दिक्कत नहीं होती.
हाथ में चप्पल लेकर बारी का इंतजार
कुछ ऐसा ही हाल रेशमी देवी का भी है. जिनका एक पांव जला हुआ है, जिससे उन्हें चप्पल पहनने भी परेशानी हो रही है. वो हाथों में चप्पल लेकर कोरोना का टीका लेने के लिए घंटों कतार में खड़ी हैं. वो बस इतना ही कह पाईं कि वैक्सीन लेने के लिए वो पैर की जलन और तकलीफ भी सह लेंगी. लेकिन वो ये कहती हैं कि वैक्सीनेशन सेंटर में बैठने की व्यवस्था करनी चाहिए थी, ताकि हमें थोड़ी राहत मिलती. कुल मिलाकर कहें तो टीका लेने आए बुजुर्गों ने शासन-प्रशासन (Government and Administration) से टीकाकरण केंद्रों में मुकम्मल व्यवस्था करने की मांग की. जिससे इस उम्र में उन्हें परेशानी ना झेलनी पड़े.