रांची, जामताड़ा:इस्लाम धर्म के आखिरी पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब का जन्मदिन धूमधाम से ईद मिलादुन्नबी के रूप में मनाया गया. राजधानी रांची की कई मस्जिद और मोहल्लों में सजावट कर इस दिन को खास रूप में मनाया गया. मुस्लिम समुदाय के लोगों ने चौक चौराहों पर जरूरतमंदों को खाना खिलाया. इस दौरान कोरोना महामारी के मद्देनजर सरकारी गाइडलाइन का पालन भी किया गया.
कोरोना महामारी के मद्देनजर सादगी से मनाई गई ईद मिलादुन्नबी, नहीं निकाला गया जुलूस
हर साल 12 रबी उल अव्वल के दिन देशभर में जुलूस और जलसे का आयोजन कर हजरत मोहम्मद साहब का जन्मदिन धूम धाम से मनाया जाता है. हालांकि इस साल कोविड-19 महामारी की वजह से काफी सीमित संख्या में लोग निकलकर इस दिन को खास तौर पर मना रहे हैं.
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वहीं, जामताड़ा में भी हर साल की तरह लोगों ने इस साल जुलूस नहीं निकाला. जिला प्रशासन की ओर से जारी गाइडलाइन के मद्देनजर सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए अपने गांव में ही पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब का जन्मदिन मनाया. शाम को मस्जिदों में मिलाद शरीफ का आयोजन कर पैगंबर साहब के बताए हुए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया गया. उलेमाओं ने नबी के शान में नात पाक तकरीर कर लोगों को इंसानियत के रास्ते पर चलने का आह्वान किया. मिलाद शरीफ में देश की तरक्की के लिए दुआ की गई. वहीं, मिलाद शरीफ में तकरीर के दौरान मौलाना ने सभी को पैगंबर साहब के जन्मदिन पर मुबारकबाद देते हुए सभी मोमिनो को अपने अंदर की बुराइयों को खत्म कर अपने नबी आका सल्लल्लाहो अलेही सल्लम के नक्शे कदम पर चलने का भी आह्वान किया.