रांची: डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय पूर्व में रांची कॉलेज था. रांची विश्वविद्यालय के अंतर्गत कॉलेज में पठन-पाठन होती थी. रांची कॉलेज 1926 में कॉलेज के रूप में स्थापित किया गया था और 2017 में आरयू से अलग कर विश्वविद्यालय के रूप में इसे अपग्रेड किया गया. अभी तक इस विश्वविद्यालय के पास एक ही कॉलेज है और कई विभाग संचालित हो रहे हैं. अब तक सरकार की ओर से डीएसपीएमयू को कोई भी कॉलेज आवंटित नहीं किया है.
2017 में डीएसपीएमयू का हुआ है गठन
साल 2017 में तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर सरकार की अगुवाई में कैबिनेट की बैठक में रांची कॉलेज को अपग्रेड कर विश्वविद्यालय बनाने का निर्णय लिया गया था. इस कॉलेज को विश्वविद्यालय का दर्जा देने पर पहले ही औपचारिक सहमति बन गई थी पर आधारभूत संरचना नहीं होने से आगे की कार्रवाई नहीं हो रही थी, लेकिन धीरे-धीरे इस कॉलेज को डेवलप किया गया और फिर डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम से इस विश्वविद्यालय का नामकरण कर विश्वविद्यालय बनाया गया. रांची कॉलेज जो वर्तमान में डीएसपीएमयू है. यूजी और पीजी कोर्स के यहां स्टूडेंट पठन-पाठन करते हैं. लगभग 10 हजार स्टूडेंट्स विश्वविद्यालय में है लेकिन विश्वविद्यालय होने के बावजूद डीएसपीएमयू के पास रांची कॉलेज ही है और रांची कॉलेज के ही छात्र छात्राओं का पठन-पाठन इस विश्वविद्यालय में होता है. अब तक इस विश्वविद्यालय को कोई भी कॉलेज आवंटित नहीं हुए हैं. विश्वविद्यालय प्रबंधन की ओर से भी प्रयास किया गया है. राज्य सरकार की ओर से इस विश्वविद्यालय को विश्वविद्यालय का दर्जा दिया गया है, जबकि यूजीसी के मुताबिक इस विश्वविद्यालय के अंतर्गत और भी कॉलेज होनी चाहिए.
2018 में में यूजीसी ने दी है मान्यता