रांचीः झारखंड सरकार में रहकर आउटरीच सर्वे अभियान (Outreach Survey Campaign) के जरिए कांग्रेस अपनी राजनीतिक जमीन को और मजबूत कर रही है. इस अभियान के तहत पार्टी आम जनता से सीधे जुड़ रही है. सर्वे के माध्यम से कोरोना प्रभावितों (Corona Affected) और मृतकों का आंकड़ा जमा करने के लिए लोगों से सीधे बात की जा रही है.
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आउटरीच सर्वे अभियान को लेकर झारखंड कांग्रेस (Jharkhand Congress) का कहना है कि यह राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम है. जिसके माध्यम से कोरोना से प्रभावित और मृतकों का सही आंकड़ा इकट्ठा हो सके. दूसरी तरफ सर्वे के दौरान जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं की शिकायत भी सामने आने लगी है. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि इससे संगठन को मजबूती मिलेगी या फिर नई मुसीबत खड़ी हो जाएगी. क्योंकि कहीं ना कहीं इस सर्वे अभियान के माध्यम से कांग्रेस घर-घर तक अपनी पहुंच बनाना चाहती है.
आउटरीच सर्वे अभियान के माध्यम से कांग्रेस पार्टी की मंशा झारखंड में अपनी जमीन और मजबूत करने में लग गई है. लेकिन इस अभियान के दौरान कार्यकर्ताओं की आ रही शिकायत मुसीबत बन गई है. ऐसे में कार्यकर्ताओं की नाराजगी दूर की जाए, इस अभियान को कैसे सफल बनाया जाए और पार्टी घर-घर तक कैसे पहुंच बनाए. इन्हीं बातों को लेकर झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव पूरी (JPCC President Dr. Rameshawar Oraon) कवायद में जुट गए हैं.
मंगलवार को रांची के कांग्रेस कार्यालय में आउटरीच सर्वे अभियान की समीक्षा बैठक हुई. जिसमें अभियान की सफलता को लेकर बनाई गई कमिटी के साथ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ मंथन किया. इस बैठक के बाद प्रदेश अध्यक्ष ने उन्हें कई दिशा-निर्देश दिए.
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झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव की अध्यक्षता में कांग्रेस स्टेट हेड क्वार्टर (Congress State Head Quarter) में हुई बैठक में उन्होंने आउटरीच अभियान नियंत्रण कक्ष के सभी सदस्यों से अपडेट स्थिति की जानकारी ली. सभी जिलों में चल रहे अभियान को लेकर सदस्यों को जिम्मेदारी भी सौंपी. उन्हें लगातार मॉनिटरिंग कर डाटा कलेक्शन करने का निर्देश दिया गया है. साथ ही कोरोना योद्धाओं की ओर से घर-घर जाकर किए गए सर्वेक्षण से प्राप्त आंकड़ों को सही तथ्यों के साथ सौंपने का निर्देश दिया भी दिया गया.
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आलोक कुमार दुबे ने कहा कि इस अभियान में आम लोगों का पूरा सहयोग मिल रहा है. कार्यकर्ताओं की नाराजगी को लेकर उन्होंने कहा कि इससे यह पता चलता है कि संगठन जिंदा है और हर कार्यकर्ता सरकार में रहने की वजह से कई उम्मीद रखता है. ऐसे में उनकी ओर से जो भी बातें रखी जा रही हैं, वह शीर्ष नेतृत्व तक पहुंचाया जाएगा. उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं की शिकायत से सर्वे अभियान को कोई नुकसान नहीं होने वाला है. बल्कि इससे सही जानकारी मिलेगी और समस्याएं दूर करते हुए संगठन को मजबूत करने में सफलता मिलेगी.