रांची: चारा घोटाला मामले में जब लालू प्रसाद यादव रांची के होटवार जेल में सजा काट रहे थे तब उनकी तबीयत खराब हो गई. जिसके बाद उन्हें रिम्स में भर्ती कराया गया था. इस दौरान लालू प्रसाद के साथ एक और शख्स चर्चा में उनका है डॉक्टर उमेश प्रसाद. ये चर्चा में इसलिए आए क्योंकि यही लालू यादव का इलाज कर रहे थे. इन्ही की निगरानी में डॉक्टरों की पूरी टीम लालू यादव के स्वास्थ्य पर लगातार नजर बनाई हुए थी. अब लालू प्रसाद का इलाज करने वाले डॉक्टर उमेश प्रसाद को रिम्स मेडिसीन विभाग के HOD बनाये गए हैं.
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आज पदभार ग्रहण करने के बाद डॉ उमेश प्रसाद ने वरीय डॉक्टरों के साथ बैठक की और साफ कर दिया कि मेडिसिन विभाग पहुंचने वाले हर मरीज को समय पर इलाज मिलना चाहिए क्योंकि वही सबसे जरूरी है. डॉ उमेश प्रसाद ने कहा कि यहां से पढ़कर कैसे सर्वश्रेष्ठ डॉक्टर बनें इसकी कोशिश वह करेंगे. लालू प्रसाद के इलाज को लेकर ईटीवी भारत के सवाल पर डॉ उमेश प्रसाद ने कहा कि लालू प्रसाद जैसे जननेता का इलाज करना गर्व की बात है. पर यह बात भी है कि कई बार उनकी खराब तबीयत को लेकर चिंता होती थी. उन्होंने माना कि अभी भी उनकी बात लालू प्रसाद से होती रहती है.
डॉक्टर उमेश, एचओडी, रिम्स मेडिसिन विभाग
कौन हैं डॉक्टर उमेश प्रसाद
रिम्स के मेडिसीन विभाग के HOD बनाये गए डॉ उमेश प्रसाद ने RMCH जो अब रिम्स है से 1982 में MBBS की डिग्री हासिल की थी. 1986 में DTM & H और 1988 में मेडिसिन में मास्टर डिग्री हासिल करने के बाद तत्कालीन बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग में भी उन्होंने कई वर्ष तक सेवा दी. पटना के मनेर में वर्षो पहले दी गयी उनकी सेवा को आज भी लोग याद करते हैं जब वह दियारा इलाके में भी मरीजों की सेवा करने पहुंच जाते थे.
पिता भी थे प्रख्यात डॉक्टर
आज रिम्स के जिस मेडिसीन विभाग के HOD के पद पर डॉ उमेश प्रसाद बैठे हैं उसपर 09 अक्टूबर1962 से 15 सितंबर 1981 तक उनके पिता जी डॉ ब्रहमेश्वर प्रसाद बैठे थे. डॉ ब्रह्मेश्वर प्रसाद न सिर्फ रांची में बल्कि तत्कालीन बिहार में काफी ख्यातिप्राप्त चिकित्सक माने जाते थे.
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राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद करते हैं डॉ उमेश प्रसाद पर भरोसा
बीमार लालू प्रसाद जब रिम्स में भर्ती कराए गए थे तब उनका ब्लड शुगर काफी बढ़ा हुआ था और वह इंसुलिन का इंजेक्शन लेने को तैयार नहीं थे. सूत्र बताते हैं कि वर्षो पहले किसी डॉक्टर ने ही लालू प्रसाद को इंसुलिन से दूर रहने को बता दी थी. ऐसे में जब लालू प्रसाद की किडनी मधुमेह के चलते डैमेज होती जा रही थी और इंसुलिन जरूरी हो गया था तो डॉ उमेश प्रसाद ने ही काफी समझा कर लालू प्रसाद को इंसुलिन लेने के लिए तैयार किया. जानकर बताते हैं कि आज भी अपने स्वास्थ्य को लेकर प्रसाद डॉ उमेश प्रसाद से बात करते रहते हैं.