रांची:रेलवे गेस्ट हाउस में पीड़ित नाबालिग के साथ गलत हुआ है या नहीं. इसकी जांच के लिए आज आरपीएफ डीआईजी रांची पहुंचेंगे. डीआईजी डीके मौर्या इस पूरे मामले की जांच करेंगे. तब तक आरोपी जवान की बर्खास्तगी वापस लेते हुए जांच तक उसे सस्पेंड रखा जाएगा.
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स्पष्ट जांच नहीं हो पाई
पूर्व-मध्य रेलवे हाजीपुर के रेलवे सुरक्षा बल आरपीएफ के उपमुख्य सुरक्षा आयुक्त मोहम्मद साकिब के रांची स्थित आवास पर बच्ची से यौन शोषण मामले में अब तक स्पष्ट जांच नहीं हो पाई है. इस मामले में जांच के लिए शुक्रवार को आरपीएफ डीआईजी रांची पहुंच रहे हैं. डीआईजी डीके मौर्या इस पूरे मामले की जांच करेंगे.
डीआईजी मौर्या चक्रधरपुर डिवीजन में सीनियर कमांडेंट के पद पर भी कार्य कर चुके हैं. फिलहाल वो हेड क्वार्टर हाजीपुर में पोस्टेड हैं. दूसरी ओर आरोपी जवान की बर्खास्तगी वापस ले ली गई है. फिलहाल इस मामले में गहन जांच-पड़ताल होगी, जांच होने तक जवान निलंबित रहेगा.
नहीं लिया जा सका बयान
बच्ची का पूरा बयान भी अभी तक नहीं लिया जा सका है. उसके बयान के आधार पर ही थाना में एफआईआर दर्ज होगी. इस मामले में बाल कल्याण समिति के अलावा केंद्रीय स्तर पर भी संज्ञान लिया गया है. रांची के सांसद संजय सेठ ने भी मामले को लेकर केंद्रीय जांच एजेंसी को हस्तक्षेप करने की मांग की है.
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क्या है पूरा मामला
पूरा मामला रांची के चुटिया थाना क्षेत्र स्थित रेलवे के ऑफिसर गेस्ट हाउस का है. जानकारी के अनुसार उप मुख्य सुरक्षा आयुक्त ने पीड़ित को अपने घर पर रखा था, जहां जवान शंभूनाथ ने उसका अश्लील वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल किया. जिसके बाद वो नाबालिग के साथ लगातार दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दे रहा था. पूरे मामले की जानकारी उप मुख्य सुरक्षा आयुक्त को भी है, लेकिन उन्होंने इस संबंध में थाने में प्राथमिकी भी दर्ज नहीं करवाई.