रांची: राजधानी के वार्ड 23 के हिंदपीढ़ी इलाके में एक 5 साल की बच्ची पानी के तेज बहाव के चलते नाले में बह गई. बच्ची का नाम फलक था. इसके काफी देर बाद बच्ची के मिलने पर उसे गुरुनानक अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. इस मामले में उप महापौर ने कहा है कि ये नगर निगम की बड़ी चूक है. इस मामले में जांच की जाएगी.
नगर निगम की गलती में बच्ची की गई जान, नहीं पहुंची NDRF की टीम
फलक ट्यूशन पढ़कर अपनी मां के साथ घर लौट रही थी, तभी उसका हाथ मां से छूट गया और वो पानी के तेज बहाव की चपेट में आकर नाले में जा गिरी. इसके बाद स्थानीय लोगों ने बच्ची की तालाश की. काफी देर बाद बच्ची के मिलने पर उसे गुरुनानक अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया.
फलक ट्यूशन पढ़कर अपनी मां के साथ घर लौट रही थी, तभी उसका हाथ मां से छूट गया और वो पानी के तेज बहाव की चपेट में आकर नाले में जा गिरी. रांची में तेज बारिश के कारण सड़कों पर जलजमाव हो गया है. कुछ जगहों पर मेनहॉल के ढक्कन खुले हुए हैं और नाले भी उफान पर हैं.
हादसे के बाद बच्ची के पिता का गुड्डू खान और वार्ड नंबर 23 की पार्षद साजिदा खातून के साथ स्थानीय लोग बच्ची को ढूंढ़ने की कोशिश की. नालों को जेसीबी से तोड़कर फलक की तलाश की गई. बच्ची के मिलने पर उसे गुरुनानक अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. इस मामले में कांग्रेस नेता शमशेर आलम ने कहा कि अफसोस की बात है कि राजधानी में इतनी बड़ी घटना घट जाती है फिर भी एनडीआरएफ की टीम नहीं पहुंचती.