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7th to 10th JPSC PT Exam: परीक्ष रद्द करने की मांग को लेकर लगातार जारी है आंदोलन - Follow Reservation Roster

झारखंड में सातवीं से दसवीं जेपीएससी पीटी परीक्षा रद्द करने की मांग तेज हो गयी है. इसको लेकर राजधानी के मोरहाबादी मैदान में असंतुष्ट अभ्यर्थियों का आंदोलन लगातार जारी है.

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जेपीएससी पीटी परीक्षा

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Published : Nov 20, 2021, 8:10 PM IST

रांचीः शनिवार को सातवीं से दसवीं जेपीएससी परीक्षा (7th to 10th JPSC PT Exam) रद्द करने की मांग को लेकर मोरहाबादी मैदान स्थित बापू वाटिका के समीप लगातार आंदोलन किया जा रहा है. अभ्यर्थियों की ओर से अब कहा जा रहा है कि जेपीएससी पीटी परीक्षाफल में झारखंड गजट 2021 (Jharkhand Gazette 2021) और विज्ञापन के नियम का पालन नहीं किया गया है.

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झारखंड लोक सेवा आयोग (Jharkhand Public Service Commission) की ओर से ली गयी सातवीं से लेकर दसवीं पीटी परीक्षा में लगातार नंबर वाले स्टूडेंट सफल हो गए हैं. अभ्यर्थियों का आरोप है कि इसमें आरक्षण रोस्टर का पालन भी नहीं हुआ है. साथ ही उन्होंने कहा कि यह पूरी परीक्षा ही झारखंड गजट 2021 के नियमों के विरुद्ध है. जेपीएससी की इस पीटी परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थी परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर लगातार आंदोलनरत हैं.

जेपीएससी कार्यालय का घेराव भी किया गया
जेपीएससी कार्यालय का घेराव (Gherao of JPSC Office) करने के बाद अभ्यर्थियों की ओर से मोरहाबादी मैदान के बापू वाटिका के समक्ष चरणबद्ध तरीके से आंदोलन किया जा रहा है. इसी कड़ी में अभ्यर्थियों ने कहा कि सातवीं से दसवीं जेपीएससी पीटी परीक्षाफल में झारखंड गजट 2021 और विज्ञापन का ख्याल नहीं रखा गया है. झारखंड गजट, विज्ञापन की कंडिका 2 में स्पष्ट रूप से लिखा हुआ है कि परीक्षाफल सिंगल कट ऑफ के आधार पर कुल पद का 15 गुना जारी किया जाएगा. अगर आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थी सिंगल कट ऑफ से आरक्षित वर्गों के लिए आवंटित पदों के 15 गुना नहीं होते हैं. ऐसी स्थिति में आरक्षित वर्ग के छात्रों का कटऑफ कम करने का जिक्र किया गया है.

नियम विरुद्ध प्रक्रिया
लेकिन सातवीं से दसवीं जेपीएससी में नियम के विरुद्ध प्रक्रिया अपनायी जा रही है. इसके अलावा कई अनियमितता बरती गयी हैं. क्रमवार परीक्षार्थी पास हुए हैं, कम अंक 230 वाले को पास कर दिया गया है. जबकि अधिक अंक वाले सैकड़ों छात्रों को फेल किया गया है. इस पूरी परीक्षाफल को रद्द करने की पुरजोर मांग परीक्षा का परिणाम जारी होने के बाद से ही शुरू हो गया है.

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