रांची:देश भर में कोरोना महामारी का प्रकोप एक बार फिर तीसरे चरण में देखने को मिल रहा है. कई राज्यों में तो इस महामारी को लेकर अलर्ट भी जारी किया गया है. वहीं, एक बार फिर एहतियातन और सुरक्षात्मक कई कदम उठाए जा रहे हैं. वहीं, झारखंड में ठंड ने पूरी तरह दस्तक दे दी है. इसके साथ ही गर्म कपड़ों का बाजार भी सज कर तैयार हो चुका है लेकिन कोरोना वायरस के मद्देनजर व्यवसायी वर्ग थोड़ी चिंतित है. तो दूसरी और ऑनलाइन बाजार ने इनकी कमर तोड़ कर रख दी है. कोरोना को लेकर गर्म कपड़े को लेकर भी लोग थोड़े संजीदा दिख रहे हैं. आसानी से सेनेटाइज होने वाले कपड़ों की डिमांड इस बार बाजार में देखने को मिल रही है.
पारंपरिक गर्म कपड़ों की भरमार
हर साल की तरह इस साल भी पारंपरिक गर्म कपड़ों की भरमार बाजार में उपलब्ध है, लेकिन कोरोना महामारी के कारण इस साल नई वैरायटी के गर्म कपड़े बाजार में कम ही दिख रहे है. हर साल गर्म कपड़ों के बाजार में नई वैरायटी उतारी जाती है और जिसे लोग पसंद भी करते हैं लेकिन कोरोना महामारी के कारण इस बार विभिन्न राज्यों से ट्रांसपोर्टेशन में परेशानी आ रही है और इस वजह से नई वैरायटी के कपड़े बाजार में उतनी मात्रा में देखने को नहीं मिल रहे हैं. सर्दी की दस्तक के बाद बाजार गर्म कपड़ों से गर्म तो हो रहा है, लेकिन खरीदारों को मन मुताबिक वैरायटी नहीं मिल रहे हैं. इसलिए अधिकतर खरीदार इस बार ऑनलाइन शॉपिंग की ओर रुख कर रहे हैं. जिससे व्यवसायियों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
सेनेटाइज होने वाले कपड़ों की डिमांड
पिछले कुछ दिनों से ठंड का प्रकोप बढ़ा है. कोहरा और ठंड से तापमान घटने के कारण लोगों को सर्दी की दस्तक का एहसास होने लगा है. लोगों को सर्दी से बचाव की जितनी चिंता है उससे ज्यादा इस साल कोरोना महामारी से बचने के लिए कपड़े भी चुन रहे हैं. लोग कहते हैं कि ऐसे गर्म कपड़ों की डिमांड बढ़ी है. जिसे आसानी से धोया जा सके. बार-बार सेनेटाइज किया जा सके और इस मांग को पूरा करने में शहर के व्यवसायी सक्षम नहीं दिख रहे हैं.