रांची: झारखंड आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले कोल्हान के नेता निर्मल महतो की हत्या की फिर से जांच करने का मामला उठाया गया है. आजसू पार्टी के मुख्यालय में आयोजित पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के मंत्री रामचंद्र सहिस के जनता दरबार में महतो के संबंधी ने यह मामला उठाया है.
मंगलवार को आयोजित जनता दरबार में कोल्हान से पहुंचे अनिल महतो ने कहा कि अभी तक निर्मल महतो के हत्यारों का पता नहीं चला है. उन्होंने कहा इतना ही नहीं सुनील महतो को भी उग्रवादियों ने मार दिया और उनके हत्यारे भी पश्चिम बंगाल में है, लेकिन राज्य सरकार उसे झारखंड नहीं ला पा रही है.
अनिल महतो ने कहा कि इन दोनों नेताओं के नाम पर झारखंड मुक्ति मोर्चा ने खूब राजनीति की, लेकिन किसी दल ने इनके हत्यारों के खिलाफ आवाज नहीं उठाई. उन्होंने कहा कि इस हत्याकांड में सीबीआई जांच भी हुई है, लेकिन नतीजा सिफर रहा है. उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच अगर एनआईए करें तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा. वहीं मंत्री सहिस ने कहा कि निर्मल महतो एक आंदोलनकारी थे और उनकी हत्या को लेकर उनके परिजन और समर्थक आज भी सशंकित हैं.
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मंत्री रामचंद्र सहिस ने कहा कि इस मामले में वाजिब जांच की मांग का वह भी समर्थन करते हैं. उन्होंने कहा कि इस बारे में वो राज्य सरकार से मांग करेंगे. बता दें कि निर्मल महतो की 1987 में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी और उस मामले में एक अभियुक्त को गिरफ्तार भी किया गया था. बाद में मामले की सीबीआई जांच भी हुई थी.