रांची: सदन के अंदर नेताओं की बहस और नोकझोंक तो बहुत होती है, लेकिन कभी राजनेताओं को सदन के बाहर चर्चा करते आपने नहीं देखा होगा. कुछ ऐसी ही चर्चा बुधवार को सदन के बाहर तब देखने को मिली, जब रांची विधायक सीपी सिंह और पूर्व सांसद फुरकान अंसारी आपस में टकराए. इस दौरान कई खट्टी मीठी नोकझोंक और आरोप-प्रत्यारोप एक दूसरे पर दोनों ने किया.
दरअसल, यह नोकझोंक तब शुरू हुई जब रांची विधायक सीपी सिंह ने फुरकान अंसारी को राज्यसभा में उम्मीदवार नहीं बनाए जाने पर अफसोस जाहिर किया. इस पर फुरकान ने कहा कि वह 30 साल एमएलए, एमपी रह चुके हैं. उन्हें कोई गम और कोई खुशी नहीं है. टिकट मिला तो ठीक, नहीं मिला तो कोई बात नहीं है. उन्होंने कहा, लेकिन आप लोग क्यों चिंता कर रहे हैं. आप लोग तो गेम खेल रहे हैं.
इसी बीच सीपी सिंह ने कहा कि मेरे दिमाग में आया कि प्रदीप यादव कांग्रेस में ही क्यों आए, जेएमएम में क्यों नहीं गए तभी फुरकान ने कहा आपके ही एमपी ने उन्हें फंसाया और वह कांग्रेस में बचने के लिए आ गए. तभी सीपी सिंह ने फिर दोहराते हुए कहा कि बाथरूम में बैठकर सोचा कि प्रदीप यादव इसलिए कांग्रेस में गए क्योंकि गोड्डा सीट पर लोकसभा चुनाव में दावा पेश कर सके. इस पर फुरकान ने कहा कि जो 3 लाख वोट से हार गया हो, वह दावा कैसे पेश कर सकता है. उसक दावा पेश करने का हक नहीं बनता है. इस तरह की बात मत बोलिए.