रांची: इन दिनों झारखंड में झमाझम बारिश से लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिली है, लेकिन बारिश के साथ गर्जन और ठनका आफत बनकर उभरा है. हर दिन किसी न किसी जिले में वज्रपात से लोग काल की गाल में समा रहे हैं.
पलामू में मौत
बता दें कि पिछले दो दिनों में वज्रपात ने झारखंड में कुल आठ लोगों की जान ले ली है, जबकि कई लोग झुलस गए हैं. इसी कड़ी में पलामू के छत्तरपुर मुख्यालय के अलग-अलग क्षेत्रों में गुरुवार देर शाम की बूंदाबूंदी के बीच वज्रपात से 3 लोगों की मौत हो गई, जबकि पांच लोग झुलस गए. साथ ही शुक्रवार को पलामू के ही मोहम्मदगंज थाना अंतर्गत गोडाडीह पंचायत के भाली गांव निवासी 37 वर्षीय प्रमोद यादव की भी मौत वज्रपात की चपेट में आने से हो गई.
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हजारीबाग में मौत
वहीं, हजारीबाग में भी गुरुवार को दो अलग-अलग जगह पर वज्रपात से दो लोगों की मौत हो गई. पहली घटना हजारीबाग के बरही अनुमंडल की है, वहीं दूसरी घटना हजारीबाग सदर की है. दोनों लोगों की मौत खेत में काम करने के दौरान हुई है.
गढ़वा में मौत
इधर, गढ़वा जिले के भंडरिया में भी शुक्रवार को एक किसान और मेराल में एक महिला सहित दो लोगों की मौत वज्रपात से हो गई. भंडरिया प्रखंड के कंजिया गांव में खेत में काम कर रहे किसान रवींद्र कच्छप की वज्रपात से मौत हो गई. जबकि एक अन्य किसान झुलस गया. दूसरी ओर मेराल प्रखंड के अघौरा गांव में पार्वती देवी नाम की महिला मवेशी चराने के दौरान वज्रपात की चपेट में आ गई और घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई.
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4 लाख रुपए देने का प्रावधान
हालांकि, वज्रपात से मौत होने पर आपदा राहत कोष से सहायता के तौर पर मृतक के परिजनों को 4 लाख रुपए देने का प्रावधान है, जिससे परिवारों को आर्थिक संकट से न जूझना पड़े.