रांचीः प्रदेश के मुख्य सचिव डीके तिवारी ने गणतंत्र दिवस 2020 पर प्रदर्शित होनेवाली राज्य से जुड़ी झांकियों को लीक से हटकर बनाने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि झांकियां अनोखी हों. उनमें राज्य की सांस्कृतिक, ऐतिहासिक, पारंपरिक और भाषाई झलक की विशिष्टता दिखाई पड़े. प्रोजेक्ट बिल्डिंग में गणतंत्र दिवस की तैयारियों को लेकर विभिन्न विभागों के सचिवों और अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक में उन्होंने इस बाबत निर्देश दिया है.
आम लोगों की हो भागीदारी
उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस के आयोजन का मूल मकसद आम आवाम की उसमें सुरुचिपूर्ण भागीदारी सुनिश्चित करना है. इसलिए जरूरी है कि परेड से लेकर सांस्कृतिक कार्यक्रमों और झांकियों में राज्य की जीवंत तस्वीर झलके. उन्होंने विभिन्न विभागों से इसी लाइन पर तैयारी करने का निर्देश दिया. वहीं उन्होंने तमाम विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों को भी इस बड़े आयोजन में बढ़-चढ़कर भाग लेने पर बल दिया है.
गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर आड्रे हाउस में सांस्कृतिक कार्यक्रम पर सहमति देते हुए उन्होंने कला एवं संस्कृति विभाग को उसमें राज्य के अच्छे कलाकारों की सहभागिता सुनिश्चित करने को कहा है. इसके साथ ही निर्देश दिया है कि आयोजन ऐसा हो कि आम लोग उसका आनंद उठा सकें.
विभागों की झांकियों में झलकेगा उनका काम
वहीं, गणतंत्र दिवस परेड में विभिन्न विभाग अपने अच्छे कामों को झांकियों के माध्यम से प्रदर्शित करेंगे. पेयजल एवं स्वच्छता विभाग आदिम जनजातियों को दी गई. पेयजल सुविधा पर आधारित झांकी पेश करेगा, ग्रामीण विकास विभाग जोहार योजना को प्रदर्शित करेगा, ऊर्जा विभाग सौर ऊर्जा से संचालित पंप से सिंचाई करते किसानों को दिखाएगा. जबकि स्कूली शिक्षा विभाग डिजिटल लर्निंग पर, तो कृषि विभाग पशुपालन, मछली पालन आदि पर समेकित झांकी प्रदर्शित करेगा. खेल-कूद विभाग की आर्चरी पर आधारित जीवंत झांकी की योजना है. उद्योग विभाग बांस मिशन से जुड़ी झांकी पर काम करेगा. मुख्य सचिव ने निर्देश दिया है कि झांकी में बांस के विभिन्न उत्पादों के साथ ग्रामीण अर्थव्यवस्था में आए बदलाव आदि का भी समायोजन करें.