रांची: झारखंड में आम लोगों के साथ-साथ साइबर ठगों के निशाने पर पुलिसवाले भी हैं. ताजा मामला रांची के डेली मार्केट थाना प्रभारी राजेश सिन्हा से जुड़ा हुआ है. थाना प्रभारी वर्तमान में कोरोना संक्रमित होने की वजह से अस्पताल में भर्ती हैं, जबकि उनका फेसबुक आईडी हैक कर साइबर अपराधी उनके परिचितों से मदद के बहाने पैसों की डिमांड कर रहे हैं.
थानेदार कोविड 19 सेंटर में भर्ती
रांची के गांधीनगर अस्पताल में अपना इलाज करवा रहे रांची के डेली मार्केट थाना प्रभारी राजेश सिन्हा का फेसबुक आईडी हैक कर लिया गया है. आईडी हैक कर साइबर अपराधी थानेदार के नाम पर उनके मित्रों से मदद के नाम पर पैसे मांग रहे हैं. कुछ लोगों ने तो पैसे भी दे दिए, लेकिन जैसे ही इसकी जानकारी थानेदार को मिली तो उन्होंने अपने परिचितों को बताया कि उन्होंने किसी से पैसा मांगा ही नहीं है. वह तो कोविड सेंटर में भर्ती हैं. थानेदार ने जब अपने कुछ और दोस्तों से बात की तब मालूम चला कि मैसेंजर के माध्यम से कई और लोगों से पैसे मांगे गए हैं. इसके बाद थानेदार सतर्क हुए. थानेदार ने तुरंत अपने फेसबुक के माध्यम से लोगों को सतर्क किया कि किसी भी हाल में मैसेंजर से मांगे जाने पर पैसे अकाउंट में न डालने की गुजारिश की.
मामला दर्ज
लॉकडाउन से लेकर अनलॉक तक डेली मार्केट थाना प्रभारी लगातार अपनी ड्यूटी पर तैनात रहे. इस दौरान उन्होंने सामुदायिक किचन के माध्यम से भी लोगों की काफी सेवा की, लेकिन एक सप्ताह पहले ही वे कोरोना संक्रमण के शिकार हो गए, जिसके बाद वह रांची के गांधीनगर अस्पताल में अपना इलाज करवा रहे हैं, जबकि उनकी इसी बीमारी का फायदा उठाकर साइबर क्रिमिनल उनके करीबियों को ठगने में लग गए. हालांकि, मामले की जानकारी मिलते ही थानेदार ने साइबर सेल को पूरे मामले की जानकारी दी है ताकि साइबर अपराधियों पर कार्रवाई हो सके.
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लगातार आ रहे मामले
झारखंड, पश्चिमी बंगाल, असम, बिहार आदि राज्यों में बैठकर साइबर ठग पुलिस कर्मियों के करीबियों को ठग रहे हैं. ये फेसबुक फर्जी अकाउंट बनाकर पैसे की डिमांड करते हैं. लोग कई बार बगैर पूछताछ किए ही पैसे बताए गए अकाउंट में ट्रांसफर कर देते हैं. सच्चाई सामने आने के बाद उन्हें ठगी का पता चलता है. ऐसा ही एक मामला रविवार को भी आया था जब साइबर अपरधियों ने सदर थाने के एक एएसआई का फेसबुक मैसेंजर हैक कर उनके फ्रेंड लिस्ट में दिखने वाले कई लोगों को मैसेज भेज कर इलाज के नाम पर पैसे की मांग की थी. कई लोगों को झांसे में लेकर ठगी का प्रयास किया गया. साइबर ठग अपना जाल फैलाकर लगातार ठगी कर रहे हैं. केवल दो दिन में ही पुलिस से जुड़े इस तरह के करीब पांच मामले सामने आए हैं.