रांची: कोरोना के भय ने जहां मानवीय संवेदना को झकझोर कर रख दिया है. वहीं रिम्स प्रबंधन की उदासीनता और मानवीय संवेदना को कुरेदने का काम कर रहा है. कोरोना से मरने वाले मरीज का बॉडी पैकिंग करने वाला बैग खत्म होने से रिम्स के कर्मचारियों ने शव को पीपीई किट पहना परिजनों को सौंप दिया.
RIMS में लापरवाही: पीपीई किट पहना कर शव परिजनों को सौंपा
रांची रिम्स में लापरवाही का मामला सामने आया है. रिम्स में ट्रॉमा सेंटर के मॉर्चरी से बिना बॉडी पैक के शव को पीपीई किट पहनाकर ही परिजनों को सौंप दिया.
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खत्म हो गया बॉडी कैरी बैग, तो पीपीई किट में पैक कर दिया शव
रिम्स के ट्रॉमा सेंटर स्थित मॉर्चरी में शव पैक करने वाले कर्मचारियों ने कहा कि बॉडी कैरी करने वाला बैग खत्म हो गया है. ऐसी परिस्थिति में परिजन जल्दी डेड बॉडी देने की मांग कर रहे हैं. बैग नहीं होने की वजह से पीपीई किट में शव को पैक करके देना हमारी मजबूरी है. हालांकि डेड बॉडी को पीपीई किट पहनाने में कर्मचारियों के पसीने भी छूट गए.
आखिर ऐसी परिस्थिति सामने क्यों आई
अब ऐसे में यह सवाल उठना लाजमी है कि कोरोना महामारी के इस दौर में राज्य सरकार लगातार करोड़ों रुपए का बजट खर्च कर रही है. बावजूद इसके आखिर क्या कारण रहा कि शव को पीपीई किट पहना कर अंतिम संस्कार के लिए भेजा गया. जबकि नियमानुसार कोरोना से मरने वाले शवों का बॉडी कैरी बैग में ही रखना होता है.