नई दिल्ली: झारखंड विधानसभा चुनाव नजदीक है और महागठबंधन का स्वरूप भी तय हो गया है. महागठबंधन में जेएमएम, कांग्रेस और आरजेडी है. सीटों का बंटवारा महागठबंधन में हो गया है. JMM 43, CONG 31, RJD 7 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. महागठबंधन पर झारखंड सरकार में वरिष्ठ मंत्री और बीजेपी के कद्दावर नेता सीपी सिंह ने प्रतिक्रिया दी है.
ईटीवी भारत से सीपी सिंह की बातचीत सीपी सिंह ने कहा कि लोकसभा चुनाव के समय में भी महागठबंधन बना, जो बुरी तरह बीजेपी से हार गया. उस महागठबंधन में तो JVM भी थी. हालांकि इस बार महागठबंधन में JVM और लेफ्ट दोनों ही पार्टियां नहीं है. विधानसभा चुनाव में भी महागठबंधन बीजेपी को टक्कर नहीं दे पाएगा और चुनाव हारेगा. विधानसभा चुनाव में भी जनता महागठबंधन को रिजेक्ट कर देगी.
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वहीं, झारखंड में एनडीए का स्वरूप तय नहीं हो पा रहा है. आजसू बीजेपी से डेढ़ दर्जन से ज्यादा सीटें मांग रही है और लोजपा 6 सीटें मांग रही है. चंदनकियारी, लोहरदगा, मांडू, चक्रधरपुर सीट को लेकर बीजेपी और आजसू में पेंच फंसा है. इधर, एलजेपी पोड़ैयाहाट, हुसैनाबाद, लातेहार, नाला, जरमुंडी सीट बीजेपी से मांग रही है.
इस पर सीपी सिंह ने कहा कि सही समय पर एलजेपी और आजसू से गठबंधन हो जाएगा. जब चुनाव नजदीक आता है तो सभी दलों की ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ने की इच्छा होती है, उसी के तहत आजसू और एलजेपी ज्यादा सीट मांग रही है. सहयोगी दलों से प्रदेश नेतृत्व और शीर्ष नेतृत्व हर मुद्दे पर बातचीत कर रहा है. मामला जल्द सुलझ जाएगा.
वहीं, महाराष्ट्र और हरियाणा में विधानसभा चुनाव में बीजेपी के कई मंत्री चुनाव हारे हैं. इसलिए बीजेपी झारखंड में सावधान है. सूत्रों के अनुसार, हो सकता है कि मौजूदा 3-4 मंत्रियों को इसबार टिकट न मिले. इस पर सीपी सिंह ने कहा कि 1996 से चुनाव लड़ रहा हूं और कई बार जीता. 40 साल से राजनीति में हूं. पार्टी जो भी निर्णय लेती है, वो उसको मानते हैं. इस बार पार्टी मौका देगी तो चुनाव लड़ूंगा और नहीं मौका देगी तो चुनाव नहीं लड़ूंगा.