रांची: 1996 से लगातार रांची विधानसभा सीट पर अपना कब्जा जमाए हुए भाजपा विधायक चंदेश्वर प्रसाद सिंह (सीपी सिंह) को भाजपा ने एक बार फिर से रांची विधानसभा सीट से भाजपा का प्रत्याशी बनाया है. सीपी सिंह ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत एबीवीपी से की थी. कॉलेज के दिनों में वे इसके सदस्य बने.
ईटीवी भारत से खास बातचीत
इसके बाद में झारखंड विधानसभा के स्पीकर भी रह चुके हैं. वर्तमान में सीपी सिंह झारखंड सरकार में नगर विकास मंत्री हैं.1996 के बाद वे लगातार विधानसभा के सदस्य रहे हैं. झारखंड की राजनीति में एक दिग्गज चेहरा माने जाने वाले सीपी सिंह ने अपनी उम्मीदवारी तय होने के बाद ईटीवी भारत संवाददाता कमल कुमार से विशेष बातचीत की.
ये भी पढ़ें-BJP ने 52 सीटों पर किया प्रत्याशियों के नाम का ऐलान, CM- पूर्वी जमशेदपुर और गिलुआ चक्रधरपुर से उम्मीदवार
'65 पार के लक्ष्य को पूरा करेंगे'
ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में सीपी सिंह ने कहा कि विकास की राजनीति ने ही उन्हें 1996 से अब तक रांची के लोगों के दिल में बसाए हुए हैं. इस बार भी वे रांची की जनता के उम्मीदों पर खरा उतरेंगे. सीपी सिंह के अनुसार नगर विकास मंत्री के पद पर रहते हुए उन्होंने झारखंड के हर शहर के विकास के लिए कार्य किया है और आगे चलकर वे इसी कार्य को जारी रखेंगे. सीपी सिंह ने कहा कि इस बार भाजपा का नारा है कि अब की बार 65 पार जिसे वह और दूसरे भाजपा के कार्यकर्ता मिलकर पूरा करेंगे.
किसान परिवार में जन्मे सीपी सिंह
झारखंड के पलामू के किसान परिवार में जन्मे सीपी सिंह का कैरियर बिल्कुल बेदाग रहा है. किसान परिवार में जन्म लेने के बाद उनकी प्रारंभिक पढ़ाई गांव में हुई. स्कूली शिक्षा लेने के बाद वे रांची आ गए. रांची में उन्होंने रांची यूनिवर्सिटी से लॉ की डिग्री ली.
ये भी पढ़ें-सीटों की घोषणा के बाद बीजेपी ऑफिस में बढ़ी हलचल, कार्यकर्ताओं में दिखा जोश
कई पदों पर कार्य किया है
जेपी आंदोलन से जुड़े होने के कारण उन्हें जेल भी जाना पड़ा. इस दौरान उन्होंने अपने कॉलेज की परीक्षा तक छोड़ दी. 1978 में जनता पार्टी से जुड़ने के बाद सीपी सिंह भारतीय राजनीति में सक्रिय हुए. 1980 में भाजपा से जुड़ने के बाद रांची में भाजपा की यूथ विंग के अध्यक्ष और बिहार में उपाध्यक्ष रहे. 1996 से 2014 तक लगातार विधानसभा जीतने के बाद उन्होंने कई पदों पर कार्य किया है.