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Jharkhand Corona Update: झारखंड के 11 जिलों में नहीं मिला कोरोना का एक भी नया केस - झारखंड में कोरोना टीकाकरण

झारखंड में कोरोना लगभग कमांड में है. राज्य के 11 जिलों में बुधवार को एक भी नया केस नहीं मिला. वहीं राज्य में अब केवल 315 एक्टिव केस बचे हैं.

Jharkhand Corona Update
झारखंड के 11 जिलों में नहीं मिला कोरोना एक भी नया केस

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Published : Jul 22, 2021, 6:47 AM IST

Updated : Jul 22, 2021, 11:38 AM IST

रांचीः झारखंड में कुछ जिलों को छोड़ बाकी सभी जगह कोरोना पूरी तरह कमांड में है. बुधवार को हुए 52 हजार 218 सैंपल की जांच में 46 सैंपल में नॉवेल कोरोना वायरस का संक्रमण मिला है. वहीं 51 लोग संक्रमण मुक्त भी हुए हैं. अच्छी बात यह रही कि इस दरम्यान 51 लोगों ने जहां कोरोना को मात दे दी, वहीं बुधवार को कोई मौत कोरोना के चलते नहीं हुई. अब राज्य में कोरोना के महज 315 एक्टिव केस बचे हैं.

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11 जिलों में कोई नया केस नहीं

राज्य के चतरा, दुमका, गढ़वा, गिरिडीह, जामताड़ा, लातेहार, लोहरदगा, पाकुड़, पलामू,रामगढ और सरायकेला ऐसे 11 जिले रहे जहां कोई नया केस कोरोना का बुधवार को नहीं मिला है. जहां 11 जिले में कोई संक्रमित नहीं मिला, वहीं रांची में सबसे ज्यादा 10 केस, बोकारो में 09 केस, धनबाद में 05 केस, पूर्वी सिंहभूम में 04 केस, पश्चिमी सिंहभूम और देवघर में 03-03 नए केस मिले हैं.

झारखंड में कोरोना संक्रमण


राज्य में रिकवरी रेट 98.42%

झारखंड में कोरोना का 7डेज ग्रोथ रेट 0.01% है. जबकि 7डे डबलिंग डे 5780.39 दिन का है. इसी तरह राज्य में रिकवरी रेट 98.43 प्रतिशत और मोर्टेलिटी रेट 1.48% है. बुधवार को सबसे ज्यादा 22 संक्रमित गोड्डा में कोरोना मुक्त हुए. वहीं पूर्वी सिंहभूम में 07, बोकारो में 05, जामताड़ा में 06 और रांची में 04 लोग कोरोना मुक्त हुए.

21 जुलाई के आंकड़े
झारखंड में 21 जुलाई को 94,598 लोगों का टीकाकरण

झारखंड में कोविशील्ड वैक्सीन आ जाने से बुधवार को फिर टीकाकरण में तेजी दिखी. बुधवार को 94,598 लोगों का टीकाकरण हुआ. जिसमें 65,272 लोगों को पहला डोज और 29,326 लोगों को 2nd डोज दिया गया. राज्य में पहला डोज लेने वाले 65, 272 लोगों में 52,500 लोग 18 प्लस के, 10,227 लोग 45 प्लस के और 2,483 लोग 60 प्लस के थे. इसी तरह वैक्सीन का 2nd डोज लेने वाले 29,326 लोगों में 1,755 लोग 18 प्लस के, 19,601 लोग 45 प्लस और 6,866 लोग 60 प्लस उम्र समूह के थे. राज्य में अब तक 84 लाख 65 हजार 117 लोगों को टीका लगा है. जिसमें 69 लाख 29 हजार 961 लोगों को पहला डोज और 15 लाख 35 हजार 156 लोगों को 2nd डोज लगा है.

झारखंड में वैक्सीनेशन

कोरोना पर कार्यशाला का आयोजन

कोरोना को लेकर स्वास्थ्य विभाग की ओर से मीडिया कार्याशाला का आयोजन किया गया. जिसमें अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अरुण कुमार सिंह ने कोरोना को परास्त करने में संक्रमित व्यक्ति की मानसिक स्थिति, उनमें कोरोना को परास्त करने का हौसला बनाये रखने को जरूरी बताया और कहा कि कोरोना का मनोवैज्ञानिक पहलू बड़ा ही मतत्वपूर्ण है.

और क्या क्या कहा स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव ने

अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने कहा कि जिन लोगों ने covid19 संक्रमण के दौरान मन से हार मान ली, उन्हें कोरोना ने उतना ही ज्यादा परेशान किया. लेकिन जिन्होंने आत्मविश्वास बनाए रखा, कोरोना के खिलाफ दिल में जीत का जज्बा बनाए रखा, मन से हार नहीं मानी. उसने कोरोना को उतनी ही जल्दी और आसानी से मात दे दी. उन्होंने कहा कि जिस समय हमने मन से जीत तय कर ली कोरोना को 50 प्रतिशत उसी समय मात दे दिया.

पत्रकारिता ऐसी हो कि लोगों में कोरोना संक्रमण के दौरान जीत का हौसला बना रहे

अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अरुण कुमार सिंह ने बुधवार को नामकुम स्थित आईपीएच सभागार में कोरोना की जानकारी को लेकर भारत सरकार द्वारा तैयार किए गए दीक्षा आई-गॉट प्लेटफार्म के प्रशिक्षण कार्यशाला को संबोधित करते हुए मीडियाकर्मियों से कहा कि अभी कोरोना की दूसरी लहर चल ही रही है. कब तीसरी लहर आ जाए यह कहा नहीं जा सकता है. इसलिए सतर्कता और कोविड अनुकूल बिहेवियर बहुत जरूरी है. आम लोगों को कोरोना के नुकसान, इससे बचने के उपाय, जांच, टीकाकरण सबकी जानकारी होगी तो वह सचेत रहेंगे. ऐसे में यह प्रशिक्षण बड़ा ही महत्वपूर्ण है.


भ्रांतियों को दूर करने में मीडिया की बड़ी भूमिका

स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि गलत जानकारी से लोगों में असमंजस और डर का माहौल उत्पन्न हो जाता है. जो उन्हें बीमारी से लड़ने में, अपनों को बचाने में नुकसान पहुंचाता है. इसमें मीडिया की भूमिका बहुत ही महत्वपूण है. जिम्मेदार पत्रकारिता से हम लोगों को न सिर्फ समय पर सही जानकारी देकर इससे निपटने में मदद कर सकते हैं, बल्कि उनके मन से नकारात्मकता को हटाकर व्याप्त भय को भी दूर कर सकते हैं.

क्या है आई गॉट

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अभियान निदेशक उमाशंकर सिंह ने कहा कि यह प्रशिक्षण हर व्यक्ति के लिए जरूरी है. मीडियाकर्मी यदि जागरूक हैं तो वह समाज को जागरूक करेंगे. डॉ एलआर पाठक ने बताया कि आई गॉट (इंटिग्रेटेड गवर्नमेंट ऑनलाइन ट्रेनिंग) पर एक डॉक्टर से लेकर आम आदमी तक के लिए पूरी जानकारी उपलब्ध है. कोरोना को लेकर नए ट्रेंड्स क्या हैं ? NICU,PICU, वेंटिलेटर आदि उपकरणों को कैसे हैंडल किया जाए. आम आदमी को क्या करना है, क्या नहीं करना है. तमाम जानकारी इस प्लेटफार्म पर उपलब्ध है. एक सेल्फ लर्निंग का ऐसा प्लेटफार्म है जिसे एंड्रायड मोबाइल और लैपटॉप आदि के सहारे आसानी से प्राप्त किया जा सकता है.

Last Updated : Jul 22, 2021, 11:38 AM IST

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