रांचीःझारखंड में कोरोना की वजह से संकट बढ़ता ही जा रहा है. एक तरफ मरीजों की संख्या बढ़ रही है तो वहीं दूसरी ओर मरीजों के ठीक होने की संख्या काफी कम हो चुकी है. सरकारी आंकड़ों के हिसाब से झारखंड का वर्तमान रिकवरी रेट मात्र 37% है जबकि वर्तमान में पूरे देश का रिकवरी रेट 67% देखा जा रहा है. झारखंड में कोरोना के मरीजों की संख्या पिछले एक महीनों में 10 हजार से ज्यादा हो चुकी है.
झारखंड में कोरोना से रिकवरी रेट में आई भारी कमी, स्वास्थ्य विभाग ने जतायी चिंता - Corona patients in jharkhand
राज्य में लगातार मरीजों की बढ़ती संख्या की वजह से रिकवरी रेट में काफी कमी आई है. वहीं, पिछले दो सप्ताह में मरीजों की संख्या दोगुनी बढ़ी है. स्वास्थ्य विभाग का भी कहना है कि झारखंड का रिकवरी रेट घटता जा रहा है जो चिंता का विषय है.
अगर मरीजों की संख्या की बात करें तो 10 जुलाई को मरीजों की संख्या लगभग साढ़े तीन हजार थी. वहीं, 2 अगस्त को मरीजों की संख्या 12 हजार से ऊपर हो चुकी है. स्वास्थ्य विभाग ने जानकारी देते हुए बताया है कि लगातार बढ़ रही संक्रमित मरीजों की संख्या की वजह से झारखंड का रिकवरी रेट घटता ही जा रहा है. वर्तमान में झारखंड का रिकवरी रेट मात्र 37% है जबकि पूरे देश का रिकवरी रेट 60% से ऊपर है जो कि निश्चित रूप से झारखंडवासी और झारखंड सरकार के लिए चिंता का विषय है.
वर्तमान में लगभग सात हजार मरीज राज्य के विभिन्न कोविड अस्पताल में इलाजरत हैं. वहीं, 5 हजार के करीब मरीज ठीक होकर अस्पताल से डिस्चार्ज भी हुए हैं. बता दें कि जिस प्रकार से दिन-प्रतिदिन मरीजों की संख्या बढ़ रही है ऐसे में स्वास्थ्य व्यवस्था के लिए लगातार चुनौतियां बढ़ रही है. ऐसे में जरूरत है की आम नागरिक अपनी जिम्मेदारियों को समझते हुए कोविड अधिनियम नियमावली का पालन करें. मास्क, सेनेटाइजर और स्वास्थ्य विभाग के नियमों को पुर्ण रूप अपनाने का काम करें ताकि विपदा के संकट में कोरोना वायरस को मात दिया जा सके.