रांचीः कोरोना संक्रमण को लेकर राज्य में इन दिनों स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के तहत भीड़भाड़ नहीं लगे इसको ध्यान में रखते हुए कई तरह की पाबंदियां लगाई गई हैं. मगर बीजेपी और कांग्रेस कार्यालय में जिस तरह समय-समय पर लोगों का जमावड़ा लगता है. वह कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन नहीं तो और क्या है. खासबात यह है कि दोनों दल एक दूसरे पर कोविड प्रोटोकॉल उल्लंघन का आरोप लगाते हुए प्रशासन से कारवाई की मांग कर रहे हैं.
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सबसे पहले बात बीजेपी दफ्तर की
गुरुवार यानी 20 मई को बीजेपी प्रदेश कार्यालय में जिस तरह से प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश की पीसी सार्वजनिक रुप से बुलाई गई. इस प्रेस कॉफ्रेंस में दो दर्जन से अधिक कैमरामैन और रिपोर्टर उपस्थित थे. इसके अलावा मंच पर दीपक प्रकाश के साथ दो अन्य बीजेपी नेता उपस्थित रहे. कार्यालय सभागार में आयोजित इस प्रेस कॉफ्रेंस में कुल मिलाकर 30-35 लोगों का जमावड़ा था.
एक शादी समारोह में जहां 11 लोगों को सरकार ने शामिल होने की अनुमति दी है तो प्रेस कॉफ्रेंस में इतने लोगों को आने की अनुमति कहां से मिली. इस पर सवाल उठने लगे हैं. कांग्रेस प्रवक्ता आलोक दूबे ने सवाल खड़ा करते हुए कहा है कि अगर सामान्य आदमी आयोजन करता तो उनपर अब तक कांड दर्ज हो चुका होता. ऐसे में क्यों ने कोविड प्रोटोकॉल उल्लंघन के आरोप में जिला प्रशासन की ओर से कार्रवाई की जाए. हालांकि बीजेपी ने प्रेस कॉफ्रेंस में भीड़भाड़ होने को खारिज करते हुए कहा है कि कांग्रेस को खुद अपने गिरेबान में झांकना चाहिए.