रांची: कोविड-19 के बढ़ते मामलों की रोकथाम को लेकर सरकार के गाइडलाइन को कड़ाई से पालन करना सबसे अहम माना जा रहा है. इसके तहत मास्क का इस्तेमाल, सोशल डिस्टेंसिंग और रेगुलर सेनेटाइजेशन सबसे ज्यादा जरूरी है. वर्तमान में राजधानी रांची में कोरोना संक्रमण से सरकारी दफ्तर के कर्मचारी भी अछूते नहीं रहे हैं. ऐसे में सरकारी कामकाज भी जारी है और कर्मचारी लागातर कोरोना संक्रमित भी हो रहे हैं.
ऐसे में कोरोना की रोकथाम के लिए वैसे कार्यालयों, जहां से संक्रमित कर्मचारी मिल रहे हैं, वहां सेनेटाइजेशन सबसे ज्यादा जरूरी है. कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले को लेकर राजधानी रांची में 8 माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाया गया है. जिस घर से कोरोना मरीज पाए जा रहे हैं. वहां पोस्टर चिपकाए जा रहे हैं. शहर का कोई ऐसा इलाका नहीं बचा है, जहां से कोरोना पॉजिटिव नहीं मिले हों. इतना ही नहीं सरकारी कर्मचारी भी कोरोना संक्रमण के लगातार शिकार हो रहे हैं. ऐसे में नगर निगम की ओर से सरकारी कार्यालयों और कंटेनमेंट जोन में लगातार सेनेटाइजेशन किए जाने का दावा किया जा रहा है.
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झारखंड सचिवालय सेवा संघ के अध्यक्ष विवेक बास्की का कहना है कि सरकारी दफ्तरों में सही तरीके से रेगुलर सेनेटाइजेशन का काम नहीं हो पा रहा है. जो कोरोना को निमंत्रण देने के लिए काफी है. जिस तरह से सेनेटाइजेशन का काम होना चाहिए. उस तरीके से रेगुलर सेनेटाइजेशन नहीं हो रहा है, जिससे कर्मचारियों में कोरोना संक्रमण का खतरा बना हुआ है.
अस्पतालों में चल रहा रेगुलर सेनेटाइजेशन का काम