रांचीः झारखंड में बड़ी संख्या में डॉक्टरों, नर्सों और पारा मेडिकल कर्मियों के कोरोना संक्रमित होने के बाद झारखंड स्टेट हेल्थ सर्विसेस एसोसिएशन ने एक बार फिर राज्य में सभी सरकारी अस्पतालों के ओपीडी बंद करने की मांग सरकार से की है. झासा के सचिव डॉ. बिमलेश सिंह ने कहा कि जिस तरह से रांची सहित राज्यभर के डॉक्टर्स पॉजिटिव हो रहे हैं. उसे रोका नहीं गया तो आने वाले दिनों में जब कोरोना संक्रमण पीक पर होगा और ज्यादा से ज्यादा डॉक्टरों-स्वास्थ्य कर्मियों की जरूरत होगी, उस समय डॉक्टरों की कमी हो जाएगी ऐसे में जरूरी है कि अभी ओपीडी की सेवाएं पिछली बार की तरह कुछ दिनों के लिए बंद कर दी जाए ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए डॉक्टर्स उपलब्ध रह सके.
सरकारी अस्पतालों की ओपीडी पर भाजपा-झामुमो एकमत, झासा ने की है बंद करने की मांग
झारखंड स्टेट हेल्थ सर्विसेस एसोसिएशन ने राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों के ओपीडी बंद करने की मांग की है. डॉक्टरों की इस मांग का बीजेपी और जेएमएम ने विरोध किया है.
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राज्य में 29 हजार से ज्यादा एक्टिव केस हो जाने, बड़ी संख्या में अस्पतालों के ओपीडी में आने वाले लोगों द्वारा कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं करने सहित कई वजह बताते हुए झासा के सचिव डॉक्टर बिमलेश सिंह ने कहा है कि राज्यभर के ओपीडी कुछ समय के लिए बंद कर देने चाहिए और गंभीर किस्म के रोगों से ग्रस्त मरीजों का इलाज प्रभावित न हो इसके लिए इमरजेंसी में ही सुविधाएं बढ़ा देनी चाहिए.
झासा की मांग को भाजपा-झामुमो की नाः झारखंड स्टेट हेल्थ सर्विसेस एसोसिएशन की मांग को गलत बताते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री सीपी सिंह ने कहा कि झासा और उसके डॉक्टर अपनी सुविधा न देखें, बल्कि जनता की सुविधा देखें. सीपी सिंह ने कहा कि जो भी लोग सेवा में हैं, उन्हें जनता की सेवा पर ध्यान देना चाहिए. उन्होंने कहा कि हर क्षेत्र के लोग कोरोना संक्रमित हो रहे हैं, पुलिसकर्मी भी बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमित हो रहे हैं तो क्या सभी पुलिसकर्मी छुट्टी ले लें.