रांची: दिल्ली, पटना के बाद रांची में दूसरी दफे विदेशी नागरिकों को मस्जिद से बरामद किया गया है. रविवार की देर रात हिंदपीढ़ी के मदीना मस्जिद में दो जमात के कुल 24 लोगों को पुलिस ने बरामद किया.
तबलीगी जमात के सभी
इन सब के बीच यह खुलासा हुआ है कि तबलीगी जमात के 1000 से अधिक विदेशी नागरिक भारत आए हुए है. जनवरी से मार्च महीने के बीच आए विदेशी नागरिकों में अधिकांश मलेशिया, करजिस्तान, काजिकिस्तान जैसे देशों के रहने वाले हैं. कोरोना को लेकर हुए लॉकडाउन के बाद झारखंड ही नहीं बल्कि देश के अलग-अलग राज्यों की मस्जिदों में इन विदेशियों को छिपा के रखा गया है.
ये भी पढ़ें-चैती छठ: कोरोना संकट के बीच उदयीमान सूर्य को अर्घ्य, महापर्व संपन्न
कोरोना के लक्षण नहीं
रांची के तमाड़ और हिंदपीढ़ी मस्जिद से जितने भी विदेशी मिले हैं, सबसे राहत की बात यही है कि प्रारंभिक जांच में किसी में भी कोरोना के लक्षण नहीं पाए गए हैं.
एफआरओ को नहीं दी जानकारी
विदेशी नागरिकों को देश के किसी भी हिस्से में जाने पर वहां के फॉरेन रजिस्ट्रेशन अफसर को अपनी मौजूदगी की जानकारी देनी होती है. लेकिन रांची के हिंदपीढ़ी या तमाड़ के रडगांव मस्जिद में छिपे किसी विदेशी ने एफआरओ को रांची आने की जानकारी नहीं दी थी.
खुफिया और स्थानीय थाने को भी जानकारी नहीं
विदेशी नागरिकों के रांची आने की जानकारी स्थानीय थानों और खुफिया विभाग को भी नहीं थी. आमतौर पर एयरपोर्ट पर भी स्पेशल ब्रांच की टीम होती है, लेकिन स्पेशल ब्रांच के अधिकारी भी विदेशी नागरिकों के आने की सूचना से अनजान थे. रांची पुलिस को बाद में जांच में यह जानकारी मिली है कि जमात के लोग अलग-अलग वक्त में डोरंडा और लालपुर के मस्जिदों में भी ठहरे थे.
ये भी पढ़ें-नेपाल में फंसे है दुमका के पचास लोग, वीडियो भेज कहा- आना चाहते हैं घर