रांची:झारखंड में कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है, हर दिन कोरोना संक्रमण के सैकड़ों मरीज सामने आ रहे हैं. फिर भी सरकार की ओर से संपूर्ण लॉकडाउन की दिशा में कोई निर्णय नहीं लिए गए हैं. जबकि कई नेता और जनप्रतिनिधियों ने संपूर्ण लॉकडाउन की वकालत भी की है. लेकिन इन सबके बीच सरकार में शामिल कांग्रेस पार्टी जिनके नेता कार्यकर्ता कोरोना संक्रमित हो रहे हैं. वह दूसरे राजनीतिक दलों से भी सबक नहीं ले रहे हैं. क्योंकि दूसरे राजनीतिक दलों ने अपने कार्यालय को बंद रखा है और वर्चुअल रैली और संगठन के कार्यक्रम कर रहे हैं. लेकिन हैरत की बात है कि कांग्रेस पार्टी ने लॉकडाउन की शुरुआत से अब तक ना ही अपने कार्यालय को बंद किया है और ना ही संगठन की सक्रियता कम की है.
दरअसल, कोरोना संक्रमण के शुरुआत से ही झारखंड की विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने कार्यालय को बंद कर दिया और पार्टी वर्चुअल रैली के माध्यम से ही संगठन के कार्यक्रमों को चला रही है. वहीं दूसरी तरफ झारखंड मुक्ति मोर्चा का कार्यालय भी बंद है और फिलहाल कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए संगठन की ओर से कोई विशेष कार्यक्रम ना के बराबर चलाया जा रहे हैं. इसके साथ ही सरकार की सहयोगी दल राजद का कार्यालय भी बंद पड़ा हुआ है. साथ ही अन्य विपक्षी दल के कार्यालय कोरोना वायरस को ध्यान में रखते हुए बंद किए गए हैं. लेकिन वर्तमान में सरकार में शामिल एकमात्र राजनीतिक दल कांग्रेस है, जिसकी सक्रियता सबसे ज्यादा है और लॉकडाउन के शुरुआत से अब तक कार्यालय बंद नहीं किया गया है बल्कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रामेश्वर उरांव, विधायक दल के नेता आलमगीर आलम समेत सरकार में शामिल मंत्री बन्ना गुप्ता और बादल लगातार कार्यालय में बैठते रहे हैं और संगठन और जनता की समस्याओं के समाधान के लिए काम करते रहे हैं.