रांची: कांग्रेस स्टेट हेड क्वार्टर में शुक्रवार को प्रदेश प्रभारी आरपीएन सिंह जहां प्रेस को संबोधित कर रहे थे. तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस स्टेट हेड क्वार्टर के बाहर कुछ लोगों के द्वारा पुतला दहन कर प्रदेश प्रभारी आरपीएन सिंह का विरोध किया जा रहा था. जिसके बाद पार्टी नेता और कार्यकर्ताओं ने विरोध करने वाले लोगों को खदेड़ा. कुछ लोगों का कहना है कि विरोध करने वाले कांग्रेस के नाराज कार्यकर्ता थे. हालांकि कांग्रेस ने इससे इनकार किया है.
फिर सामने आया कांग्रेस का अंतर्कलह! अंदर प्रदेश प्रभारी कर रहे थे प्रेस कॉन्फ्रेंस, बाहर हो रहा था विरोध - आरपीएन सिंह के खिलाफ प्रदर्शन
शुक्रवार को एक बार फिर से कांग्रेस का अंतर्कलह खुल कर सामने आ गया. एक तरफ जहां प्रदेश प्रभारी मीडिया को संबोधित कर रहे थे. वहीं दूसरी तरफ कार्यालय के बाहर कुछ लोग पुतला दहन कर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे.
![फिर सामने आया कांग्रेस का अंतर्कलह! अंदर प्रदेश प्रभारी कर रहे थे प्रेस कॉन्फ्रेंस, बाहर हो रहा था विरोध protest against Jharkhand Congress incharge RPN Singh](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-12958787-thumbnail-3x2-congress.jpg)
प्रदेश कांग्रेस की नई टीम से कुछ लोगों के मन में खटास
दरअसल प्रदेश कांग्रेस की नई टीम का गठन हुआ है. जिसके बाद हो सकता है कि कुछ लोगों के मन में खटास हो. जिसकी वजह से प्रदेश कांग्रेस प्रभारी के आने के बाद विरोध दर्ज किया गया है. वहीं, इस विरोध के दौरान रांची महानगर कांग्रेस के अध्यक्ष संजय पांडे और अन्य कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोधियों को खदेड़ दिया. इस मामले को लेकर कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के अंदर अनुशासनहीनता किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जा सकती है. जिस तरह से विरोध की बात सामने आई है. उसे लेकर पार्टी की ओर से उन्हें चिन्हित किया जा रहा है. ताकि विरोधियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके. उन्होंने कहा कि अगर कार्यकर्ताओं या अन्य किसी के मन में कोई भी बात है तो उन्हें पार्टी प्लेटफार्म पर रखना चाहिए ना कि सड़क पर उतर कर विरोध करना चाहिए.
विरोध का रहा है इतिहास
झारखंड कांग्रेस में विरोध होना कोई नई बात नहीं है. इससे पहले भी पार्टी के नेताओं कार्यकर्ताओं के द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जाता रहा है. एक तरफ जहां पार्टी प्लेटफार्म पर विरोध किया जाता रहा है. तो वहीं दूसरी तरफ सड़क पर भी विरोधी देखे गए हैं. चाहे वह पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव का कार्यकाल रहा हो या फिर उससे पहले डॉ अजय कुमार का कार्यकाल रहा हो. दोनों पूर्व प्रदेश अध्यक्ष के कार्यकाल में पार्टी नेताओं कार्यकर्ताओं द्वारा नाराजगी जताते हुए सड़क पर जमकर विरोध किया जा चुका है. इतना ही नहीं इससे पहले भी प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष रहे सुखदेव भगत के खिलाफ भी खुलकर पार्टी नेताओं ने विरोध दर्ज कराया था.