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मधुपुर उपचुनाव में विपक्षी गठबंधन भाजपा-आजसू पार्टी में दरार आई सामने: कांग्रेस

मधुपुर विधानसभा उपचुनाव को लेकर एक बार फिर विपक्षी गठबंधन भाजपा-आजसू पार्टी की दरारें सामने आ गई है. आजसू पार्टी ने संगठन से दगाबाजी करने वाले भाजपा प्रत्याशी को उनके हाल पर छोड़ दिया है. वहीं भाजपा प्रत्याशी ने भी चुनाव में आजसू पार्टी से मदद की उम्मीद भी छोड़ दी है.

congress gave statement on madhupur by election in ranchi
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Published : Apr 11, 2021, 7:30 PM IST

रांची: झारखंड कांग्रेस का मानना है कि मधुपुर विधानसभा उपचुनाव में एक बार फिर से विपक्षी गठबंधन भाजपा-आजसू पार्टी की दरारें सामने आ गई है. यह उपचुनाव परिणाम झारखंड को भाजपा मुक्त बनाने की दिशा में बढ़ता कदम साबित होगा और मधुपुर में भाजपा का अंतर्कलह भी खुल कर सामने आ गया है.

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प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने रविवार को कहा कि उपचुनाव के पहले मुख्य विपक्षी दल भाजपा और आजसू पार्टी की ओर से आपसी समन्वय और भविष्य में गठबंधन की मजबूती को लेकर बड़ी-बड़ी बातें की जा रही थी. लेकिन उपचुनाव में एनडीए गठबंधन में आपसी सहयोग पूरी तरह से तार-तार नजर आया. आजसू पार्टी ने संगठन से दगाबाजी करने वाले भाजपा प्रत्याशी को उनके हाल पर छोड़ दिया है. वहीं भाजपा प्रत्याशी ने भी चुनाव में आजसू पार्टी से मदद की उम्मीद भी छोड़ दी है.


भाजपा कार्यकर्ताओं में है नाराजगी
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता लाल किशोरनाथ शाहदेव ने कहा कि मधुपुर विधानसभा उपचुनाव में पैसे की बदौलत भाजपा से टिकट भले ही हासिल कर लिया गया. लेकिन पूरे उपचुनाव में पार्टी का अंतर्कलह भी सामने आ गया है. जिस तरह से मधुपुर में भाजपा के बड़े प्रदेश स्तरीय नेताओं की हूटिंग हो रही है और गो-बैक के नारे लग रहे है, उससे कहीं ज्यादा भाजपा कार्यकर्ताओं में नाराजगी है. यही कारण है कि मधुपुर में भाजपा को कई बार जीत दिला चुके पूर्व मंत्री राज पालिवार और उनके समर्थक चुनाव प्रचार से पूरी तरह से नदारत है.

चुनाव प्रचार से नदारत नेता
प्रदेश प्रवक्ता डॉ. राजेश गुप्ता छोटू ने कहा कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश और बड़बोलेपन के लिए चर्चा में रहने वाले सांसद निशिकांत दूबे उपचुनाव परिणाम के बाद राज्य में सत्ता परिवर्त्तन को लेकर मुंगेरीलाल की तरह हसीन सपने देख रहे थे. लेकिन अब ये नेता भी चुनाव प्रचार से नदारत है. एक नेता अपनी मुंह छिपाने के लिए दूसरे राज्य में जाकर मंदिर में पूजा अर्चना और चुनाव प्रचार में व्यस्त रहने का नाटक कर रहे है तो दूसरे नेता सिर्फ सोशल मीडिया में बयानबाजी कर खबरों में बने रहने की कोशिश कर रहे हैं.

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