रांचीः झारखंड युवा सदन 2.0 के अंतिम दिन सदन के अंदर प्रस्तावित विधेयक सामाजिक सुरक्षा के ऊपर बहस चली. विपक्ष के भवनाथपुर विधायक मयंक सिंह का कहना था कि बेरोजगारी के लिए बेरोजगारी भत्ता देने की बात होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि बेरोजगारों को जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिलना चाहिए, राशन की क्वालिटी पर भी सरकार को खासा ध्यान देने की आवश्यकता है. गरीबों के लिए प्रक्रिया इतनी जटिल है कि वो इन योजनाओं का लाभ ले नहीं पाते.
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22 लाख की लागत से बनी सरकारी स्वास्थ्य सुविधाएं ठप
वहीं, खरसावां से विधायक रोहित यादव ने कहा कि देवघर के मसानजोरा पंचायत में 22 लाख की लागत से बनी सरकारी स्वास्थ सुविधाएं ठप पड़ी हैं. विधायक अजय उरांव ने कहा कि इस बिल में विस्थापितों की कोई चर्चा नहीं की गई जबकि राज्य में विस्थापितों की अहम भूमिका रही है. उन्होंने राज्य सरकार से विस्थापितों को नौकरी, मुफ्त पानी और बिजली मुहैया कराने की मांग की है.
इधर सत्ता पक्ष के विधायकों ने विपक्ष से विशाल हृदय से विधेयक का समर्थन करने का अनुरोध किया. विधायक सौरभ कुमार ने राशन कार्ड को आधार कार्ड से जोड़ने की प्रक्रिया पर आपत्ति दर्ज कराते हुए कहा कि अगर किसी कारण वश इससे नही जुड़ पाते हैं तो इसके लिए सरकार क्या विकल्पिक सुविधा उपलब्ध कराएगी. इस बीच सदन की गरिमा को तोड़ने के आरोप में अल्पसंख्यक मंत्री को सदन से बाहर किया गया.
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