रांची: कोरोना महामारी, लॉकडाउन के बाद पूरा देश आर्थिक मंदी से गुजर रहा है. लोगों की आय घटकर आधी हो गई है. लोग नए-नए आय के स्रोत ढूंढ़ रहे हैं. इन परिस्थितियों से उबरने के लिए महिलाओं ने भी बीड़ा उठाना शुरू कर दिया है. इसकी बानगी शहर से लगभग 20 किलोमीटर दूर पिस्का नगड़ी भौरा टोली और आसपास के कई गांव में देखने को मिली.
पिस्का नगड़ी में महिलाओं की मेहनत लाई रंग, बंजर भूमि पर लहलहाई फसल - रांची खेती खबर
कोरोना महामारी के कारण लोगों से रोजगार छीन गया है. पूरा देश आर्थिक मंदी से गुजर रहा है. ऐसे में रांची के पिस्का नगड़ी भौरा गांव की महिलाएं सामूहिक रूप से व्यावसायिक खेती कर चुनौती का सामना कर रहीं हैं.
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किसान
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पथरीली जमीन पर टमाटर और सहजन के पौधे
आज इस पथरीली जमीन पर टमाटर के फल और सहजन ( ड्रम स्टिक) के पौधे में आए फूल के रूप में मेहनत का फल दिखाई देने लगा है. जिसके बाद किसानों में खुशी की लहर है लेकिन एक मायूसी भी है. आखिर अब तक राज्य सरकार से इन्हें किसी भी प्रकार की मदद और सब्सिडी नहीं मिली है. इसके बावजूद भी इनके हौंसले बुलंद हैं.