रांची: राजधानी के मोरहाबादी मैदान से मुख्यमंत्री रघुवर दास ने झारखंड को कुपोषण मुक्त बनाने के लिए पोषण माह की शुरुआत की. पोषण आहार के शुभारंभ कार्यक्रम में हजारों बच्चे शामिल रहे. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि कुपोषण राज्य की भविष्य को खराब करता है. कुपोषण मुक्त अभियान के तहत राज्य के हर घर तक आंगनबाड़ी सेविकाओं द्वारा लोगों को पोषण आहार की जानकारी दी जाएगी. ताकि झारखंड को कुपोषण मुक्त किया जा सके.
गर्भवती माताओं को पोषण आहार
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद सीएम रघुवर दास ने कहा कि कुपोषण देश के साथ-साथ राज्य के लिए भी बड़ी समस्या है, क्योंकि झारखंड के सुदूर इलाकों में आदिवासी माता बहनों को पोषण की सही जानकारी नहीं होती. इसके कारण उन्हें कई तरह की बीमारियों का सामना करना पड़ता है. कुपोषित होने की वजह से आने वाला कल भी कुपोषित हो रहा है. सीएम ने कहा कि गर्भवती माताओं के लिए सरकार पोषण आहार पर विशेष ध्यान दे रही है, ताकि उनके गर्भ में पलने वाला बच्चा कुपोषित ना हो सके.
मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र बनाने की योजना
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आंगनबाड़ी सेविकाओं के माध्यम से बच्चों को अच्छी पौष्टिक आहार देने के लिए सरकार लगातार प्रयासरत रहेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि सीएसआर के माध्यम से सरकार कई आंगनबाड़ी केंद्रों को मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र बनाने जा रहा है, ताकि राज्य के सुदूर इलाकों में भी आंगनबाड़ी बहनों के माध्यम से नौनिहालों को बेहतर पौष्टिक आहार मिल सके.
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रेडी टू ईट किया जाएगा तैयार
मुख्यमंत्री ने कहा कि रेडी टू ईट को भी अब राज्य की सखी मंडल की बहनों द्वारा चलाया जाएगा, ताकि रेडी टू ईट में पोषक तत्व पर विशेष ध्यान दिया जा सके, क्योंकि अभी तक बच्चों को देने वाली भोजन रेडी टू ईट कॉन्ट्रैक्ट के माध्यम से बाहर के ठेकेदारों के द्वारा दिए जाते थे, लेकिन अब जल्द ही राज्य सरकार इसे सखी मंडल की बहनों द्वारा तैयार कराया जाएगा. जिससे बच्चों को ज्यादा से ज्यादा पौष्टिक आहार मिल सकेगा.