रांची: राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सीधी नियुक्ति के मामले पर गुरुवार को प्रोजेक्ट भवन में कहा है कि यह नियुक्ति विशेष वजह से होती है और विशेष परिस्थिति में विचार किया जाता है. उन्होंने कहा कि लेकिन अलग राज्य बनने के बाद पहली बार खेल पदाधिकारियों की नियुक्ति हुई है. जिसमें खास बात यह रही कि खिलाड़ियों को फाइलों के मकड़जाल और बाबूओं का चक्कर नहीं लगाना पड़ा. बल्कि उन्होंने खुद अपने पदस्थापन के स्थान का भी चयन किया है.
उन्होंने खिलाड़ियों की नियुक्ति को लेकर कहा कि इस तरह की प्रक्रिया दुनिया ने पहली बार देखा होगा. उन्होंने कहा कि इसी पारदर्शिता के साथ सरकार काम कर रही है और आगे बढ़ रही है. साथ ही उन्होंने कहा कि कुछ बच्चों ने सीधे नियुक्ति की मांग को लेकर अपनी बातों को रखा है. इसके लिए सरकार तैयार भी हैं, लेकिन पूर्व की सरकार ने किस तरह से इसे उलझा कर रखा, यह हैरत की बात है.