रांची: बीआईटी मेसरा के वार्षिक सांस्कृतिक महोत्सव बीटोत्सव 2020 के उद्घाटन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शामिल हुए. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि यहां का हर वो पेड़, हर वो रास्ते सब पुरानी बातें याद करा रही है, जिसे हमने दिल से इस संस्था में जिया था. हेमंत सोरेन ने कहा कि जहां हमने अपना भविष्य सुधारने के लिए शिक्षा ग्रहण करने का काम किया. वहां आज एक नई जिम्मेदारी के साथ खड़ा हूं.
सीएम अपनी पुरानी यादों को याद करते हुए कहा कि कभी बैक बेंच की तलाश में रहता था. आज मुझे सबसे पहले स्थान पर बिठा दिया गया है, ऐसे में जिम्मेदारी और संवेदनशीलता बढ़ गई है. यह बड़ी चुनौती है. इसे स्वीकार करते हुए काम करते रहेंगे.
बीटोत्सव की दी शुभकामनाएं
बिरला प्रौद्योगिकी संस्थान में जब छात्रों को संबोधित करने के लिए मुख्यमंत्री मंच पर पहुंचे तो उन्होंने कहा कि आज घबराया हुआ हूं, यहां मंच पर आकर ऐसा लग रहा है मानो प्रोफेसर ने क्लास में किसी विषय पर बोलने के लिए बुलाया है, कई बातें उमर रही है, खट्टी मीठी यादें आ रही है, बरबस वह भी याद आ रहे हैं जिनका नाम सुनते ही हम राह बदल देते थे. मुख्यमंत्री ने अपने छात्र जीवन में मुन्ना भाई के ढाबा और बाटा के ठेले को भी याद कर खुद को आनंदित महसूस किया. उन्होंने छात्रों को बीटोत्सव की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि जब तक बीआईटी रहेगा बीटोत्सव चलता रहेगा.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बीआईटी मेसरा के प्रांगण में बिताए हुए यादों को छात्रों के साथ साझा करते हुए कहा कि जिस ऑडिटोरियम में आज कार्यक्रम हो रहा है. वह पहले ओपन थिएटर के नाम से जाना जाता था. यह स्टेज पहले खुले आकाश के नीचे हुआ करता था और यहां से आसमान के तारे दिखा करते थे. उन्होंने अपनी यादों को ताजा करते हुए कहा कि बात उन दिनों की है जब मैं अपने दोस्तों के साथ इस स्टेज पर अपना कैमरा लेकर आया था तभी अचानक पता चला कि प्रोफेसर आ रहे हैं अब बारी यहां से भागने की है और भागने की आपाधापी में मेरा कैमरा यहां गिर गया. सुबह लौटा तो कैमरे के पुर्जे अलग-अलग मिले.