रांचीः राजधानी में रेमडेसिविर दवा की कालाबाजारी के मामले की जांच में सीआईडी को अहम तथ्य मिले हैं. शनिवार को सीआईडी ने इस मामले में अरगोड़ा के दवा कारोबारी राकेश रंजन को दोबारा गिरफ्तार किया है.
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पहले भी रांची पुलिस ने भी राकेश को गिरफ्तार किया था, तब पूछताछ के बाद पीआर बांड पर सीआईडी ने राकेश रंजन को छोड़ दिया था. रिमांड पर पूछताछ के दौरान फिर से राजीव ने राकेश रंजन से ही दवाइयां लेने की बात कबूल की थी.
सीसीटीवी फुटेज से मिले साक्ष्य
रिमांड पर लिए जाने के बाद शुक्रवार को सीआईडी ने राजीव सिंह के गाड़ी और मोबाइल के लोकेशन निकवालकर जांच की थी. जांच में यह तथ्य आया कि राजीव सिंह ने अरगोड़ा स्थित दुकान की दूसरी तरफ गाड़ी पार्क की थी. इसके बाद पैदल दूसरी तरफ जाकर दुकान से रेमडेसिविर ली थी. सीसीटीवी में दवा दुकान में जाने की पुष्टि होने के बाद सीआईडी ने दवा कारोबारी राकेश रंजन को गिरफ्तार किया है. सीआईडी के मुताबिक इस मामले में सोमवार को दवा कारोबारी का 164 के तहत बयान कोर्ट में दर्ज कराया जाएगा.
कहां से मिला रेमडेसिविर का सुराग
सीआईडी को रेमडेसिविर की कालाबाजारी की पूरी लिंक की जानकारी मिल गई है. सीआईडी को यह जानकारी भी मिल गई है कि रेमडेसिविर किस अस्पताल से बाहर आई थी. मामले में सोमवार को नए तथ्य सामने आ सकते हैं.
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आरोपी निकला कोरोना संक्रमित
रिमांड अवधि खत्म होने के बाद शनिवार को आरोपी राजीव सिंह को बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा भेजा जाना था. लेकिन जेल भेजे जाने के पूर्व कोरोना जांच में आरोपी को कोरोना संक्रमित पाया गया. जिसके बाद आरोपी को पुलिस हिरासत में कोरोना सेंटर भेज दिया गया है. पूछताछ के दौरान आरोपी के संपर्क में आने वाले सीआईडी के अधिकारियों की भी अब कोरोना जांच होगी.