रांची: सीआईडी के एडीजी अनुराग गुप्ता सस्पेंड कर दिए गए हैं. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सस्पेंशन को मंजूरी दे दी है. 1990 बैच के आईपीएस ऑफिसर अनुराग गुप्ता पूर्वर्ती रघुवर सरकार के कार्यकाल के दौरान विवादों में आए थे.
मंत्री रामेश्वर उरांव का बयान ये था आरोप
बता दें कि 2016 में हुए राज्यसभा चुनाव के दौरान भाजपा के प्रत्याशी के पक्ष में वोट नहीं देने के लिए उस वक्त बड़कागांव से कांग्रेस विधायक निर्मला देवी के पति योगेंद्र साव पर प्रलोभन देने और दबाव डालने का आरोप लगा था. इस मामले से जुड़ी सीडी बाबूलाल मरांडी ने सार्वजनिक किया था और उन पर कार्रवाई की मांग की थी.
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2018 में हुई थी प्राथमिकी
बाद में निर्वाचन आयोग की जांच के बाद अनुराग गुप्ता के खिलाफ 2018 में जगन्नाथपुर थाने में एफआईआर दर्ज हुआ था. पिछले लोकसभा चुनाव के वक्त अनुराग गुप्ता पुलिस मुख्यालय में एडीजी के पद पर थे जिसके खिलाफ विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग से शिकायत करते हुए अंदेशा जताया था कि उनके इस पद पर रहने से चुनाव प्रभावित हो सकता है. इसके बाद चुनाव आयोग ने उन्हें झारखंड छोड़ने का आदेश दिया था.
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नोटिफिकेशन भी जारी हो जाएगा
नवंबर 2019 में झारखंड विधानसभा चुनाव के दौरान भी उन्हें चुनाव की प्रक्रिया से अलग रखा गया था. खास बात है कि वर्तमान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने नेता प्रतिपक्ष रहते हुए इस मुद्दे को कई बार उठाया था. लेकिन तत्कालिन सरकार के करीबी होने के कारण अनुराग गुप्ता पर कार्रवाई नहीं हो रही थी. सीएम ने अनुराग गुप्ता के सस्पेंशन को मंजूरी दे दी है. इससे जुड़ा नोटिफिकेशन भी जारी हो जाएगा.