झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / city

राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू से सीएम हेमंत सोरेन ने की मुलाकात, सोमवार को झारखंड से होंगी विदा

राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू(Draupadi Murmu) से सीएम हेमंत सोरेन(Hemant Soren) ने राजभवन में जाकर शिष्टाचार मुलाकात की है. द्रौपदी मुर्मू सोमवार को अपने पैतृक आवास के लिए रवाना हो जाएंगी.

Chief Minister Hemant Soren met Governor Draupadi Murmu
द्रौपदी मुर्मू सीएम हेमंत सोरेन

By

Published : Jul 10, 2021, 3:57 PM IST

Updated : Jul 10, 2021, 8:12 PM IST

रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन(Hemant Soren) राजभवन पहुंचे और राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू(Draupadi Murmu) से शिष्टाचार मुलाकात की. द्रौपदी मुर्मू सोमवार को ओडिशा स्थित अपने पैतृक गांव के लिए रवाना हो जाएंगी. द्रौपदी मुर्मू झारखंड की पहली महिला राज्यपाल हैं इन्होंने 6 साल तक झारखंड में अपनी सेवा दी. बतौर राज्यपाल उनका कार्यकाल सबसे लंबा रहा. राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने मीडिया से बातचीत में अपने 6 वर्षों का अनुभव साझा किया था. इस दौरान उन्होंने कहा कि आदिवासियों को मुख्यधारा में लाने के लिए उनको शिक्षित करना होगा. उन्हें बताना होगा कि संविधान ने उन्हें कौन-कौन से अधिकार दिए हैं.

ये भी पढ़ें:झारखंड के 10वें राज्यपाल बने रमेश बैस, जानिए कैसा रहा पार्षद से राज्यपाल बनने तक का सफर

सोमवार को पैतृक गांव के लिए होंगी रवाना

सोमवार को द्रौपदी मुर्मू अपने पैतृक गांव के लिए रवाना हो जाएंगी. नए राज्यपाल के लिए शपथ ग्रहण को लेकर सरकार की ओर से तैयारी शुरू कर दी गई है और उनकी लगातार बैठकें हो रही हैं. दोनों राज्यपालों के कार्यक्रम के मद्देनजर प्रोजेक्ट भवन में मुख्य सचिव सुखदेव सिंह ने अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक में मुख्य सचिव ने कार्यक्रम से संबंधित निर्देश दिये.

14 जुलाई को शपथ लेंगे रमेश बैस

रमेश बैस को झारखंड का नया राज्यपाल बनाया गया है. जानकारी के मुताबिक 14 जुलाई को उनको राज्यपाल पद की शपथ दिलाई जाएगी जाएगी. रमेश बैस इससे पहले त्रिपुरा के राज्यपाल थे. रमेश बैस ने कांग्रेस के कद्दावर नेता विद्याचरण शुक्ल और श्यामाचरण शुक्ल जैसे नेताओं को हराया है. छत्तीसगढ़ के वर्तमान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी 2009 में रमेश बैस से चुनाव हार चुके हैं. रमेश बैस की एक खास बात यह है कि वे कभी चुनाव नहीं हारे. लगातार चुनाव जीतने के बाद भी 2019 में उन्हें टिकट नहीं दिया गया. इसके बाद माना जा रहा था कि उन्हें साइडलाइन कर दिया गया है. लेकिन चुनाव के बाद उन्हें त्रिपुरा का राज्यपाल बनाया गया. रमेश बैस लाल कृष्ण आडवाणी के काफी करीबी माने जाते हैं. वे केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज के भी काफी करीबी थे. सुषमा स्वराज से उनके पारिवारिक संबंध रहे. सुषमा स्वराज रमेश बैस को अपना भाई मानती थीं.

Last Updated : Jul 10, 2021, 8:12 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details