रांची: राजधानी के लोअर बाजार इलाके में रहने वाले व्यवसायी शाहिद अख्तर से कारोबार बढ़ाने के नाम पर 1.13 करोड़ की ठगी की गई है. इस संबंध में शाहिद ने लोअर बाजार थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. दर्ज प्राथमिकी में आरोप लगाया गया कि शाहिद ने जब आरोपियों से कर्ज की राशि वापस मांगी तो उन्होंने देने से इनकार कर दिया. यहां तक कि आरोपियों ने उन्हें जान से मारने की भी धमकी दी है. इधर, पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.
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10 प्रतिशत मुनाफा देने का दिया था झांसा
शाहिद की ओर से थाने में दिए गए आवेदन में कहा गया है कि आरोपी तौसिफ के जरिए 2020 में उनकी मुलाकात विजय मसीह से हुई थी. विजय ने उन्हें यह बताया था कि उनका मुंबई में फ्लैट निर्माण के अलावा बहुत सारे सामानों का ऑनलाइन बिजनेस है. आरोपी विजय और तौसिफ ने उन्हें व्यापार में पैसा लगाने के एवज में मुनाफा देने का झांसा दिया. उन्होंने कहा कि उन्हें 10 प्रतिशत मासिक मुनाफा के अलावा लगाई गई राशि भी वापस की जाएगी. जुलाई 2020 में 80 लाख रुपये नगद और बैंक ट्रांसफर के माध्यम से विभिन्न तिथियों में उन्हें पैसे दिये. सितंबर 2020 में विजय के साले विल्सन ने उनसे कहा कि आपका पूरा पैसा सेफ है. कुछ ही दिन में मुनाफा के साथ उन्हें पैसा लौटा दिया जाएगा. कुछ दिन बाद आरोपी ने उसका फोन भी उठाना बंद कर दिया. घर पर भी आरोपी नहीं मिलते थे.
थाने में पैसा लौटाने का लिखित एग्रीमेंट
शाहिद ने बताया कि पैसा लेने के बाद आरोपी विजय फरार हो गया. इसी बीच 27 मई 2021 को उन्हें यह जानकारी मिली कि विजय अपने बहु बाजार स्थित फ्लैट में आया हुआ है. वह पुलिस की टीम के साथ उसके फ्लैट पहुंचा. थाना में दोनों के बीच लिखित एग्रीमेंट हुआ. जिसमें विजय ने पैसे देने की तिथि की भी जानकारी दी. इसके बाद से वह फरार हो गया. इसी दौरान 8 अगस्त को उसे विजय के रांची से फरार होने की जानकारी मिली. उन्होंने इसकी जानकारी पुलिस को दी. जब पुलिस विजय के घर पर पहुंची तो वो नहीं मिला. इसके बाद थाना पहुंचकर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया.
कर्ज लेकर आरोपियों को दी राशि
शाहिद ने पुलिस को बताया कि कारोबार में पैसा लगाने के लिए उन्होंने अपने रिश्तेदारों से कर्ज लिया. सितंबर माह तक जब रिश्तेदारों को राशि वापस नहीं मिली तो वे लगातार उन पर पैसा देने का दबाव बनाने लगे. इससे उसकी मानसिक स्थिति खराब हो गई. यहां तक कि पैसे के अभाव में उसकी मां का भी निधन हो गया.