रांची: केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने ऐलान किया कि कोविड-19 संक्रमण के इस दौर में अगर किसी कोलकर्मी की मौत संक्रमण से हो जाती है तो उसे दुर्घटनावश हुई मौत कहा जाएगा. साथ ही कंपनसेशन के तौर पर 15 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि एनर्जी सेक्टर में कोयले का बहुत महत्वपूर्ण रोल होता है और जब सारे देश में लॉकडाउन था, तब ऐसे में कोयलाकर्मी काम कर रहे थे. यही वजह है कि उन्हें कोल वॉरियर्स कह कर बुलाया जा रहा है.
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कमर्शियल माइनिंग विषय पर भी हुई चर्चा
साथ ही मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ कमर्शियल माइनिंग को लेकर भी बात हुई है. उन्होंने कहा कि यह एक सकारात्मक बैठक थी, जिसमें मुख्यमंत्री भी काफी सकारात्मक नजर आए. उन्होंने कहा कि बहुत चीजें स्पष्ट हुई हैं और उम्मीद की जा रही है कि इस विषय को भी जल्द ही सॉर्टआउट कर लिया जाएगा. वहीं, रॉयल्टी को लेकर उठे मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि चालान और जो दर केंद्र सरकार की है वह सॉफ्टवेयर में पहले से समाहित किया गया है. वहीं, झारखंड सरकार को कहा गया है कि जीएसटी को साथ लें तो ऐसे में समस्या का समाधान हो जाएगा.
एक दिवसीय दौरे पर कोयला मंत्री
बता दें कि केंद्रीय कोयला मंत्री एक दिवसीय दौरे पर झारखंड आए थे. गुरुवार को झारखंड पहुंचे कोयला मंत्री ने कोल इंडिया के अधिकारियों के साथ भी बैठक की.