झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / city

CBI करेगी अंतरिक्ष की मौत की जांच! मां ने पिता पर लगाया बेटे की हत्या का आरोप - CBI will investigate the death of antriksh

25 जुलाई 2016 की रात अरगोड़ा चौक से बिरसा चौक के रास्ते में अंतरिक्ष गंभीर अवस्था में घायल पड़ा मिला था. इलाज के दौरान 27 जुलाई 2016 को अंतरिक्ष की मौत हो गई. अंतरिक्ष की मां रूपाली महंती ने पिता सुभाशीष शनिग्रही, देवाशीष शनिग्रही, सुजय चंद्र शनिग्रही और झरना शनिग्रही पर कोर्ट कंप्लेन के जरिए हत्या को अंजाम देने की प्राथमिकी दर्ज कराई. पूर्व में अंतरिक्ष की मौत की पूरी जांच रांची पुलिस और सीआईडी के द्वारा की जा चुकी है. दोनों ही जांच में हत्या के सबूत नहीं मिले हैं.

अंतरिक्ष शनिग्रह (फाइल फोटो)

By

Published : Aug 23, 2019, 12:51 AM IST

रांची: डीपीएस स्कूल के छात्र अंतरिक्ष शनिग्रह की संदेहास्पद मौत की सीबीआई जांच की सिफारिश की गई है. सीआईडी एडीजी अनुराग गुप्ता ने अंतरिक्ष के मौत की जांच की सीबीआई जांच की सिफारिश डीजीपी कमलनयन चौबे से की है. अंतरिक्ष की मां 2016 से ही अपने बेटे को इंसाफ दिलाने के लिए लड़ाई लड़ रही है.

25 जुलाई 2016 की रात 8:15 बजे अरगोड़ा चौक से बिरसा चौक के रास्ते में मोटरसाइकिल सवार अंतरिक्ष गंभीर अवस्था में घायल पड़ा मिला था. इलाज के दौरान 27 जुलाई 2016 को अंतरिक्ष की मौत हो गई. अंतरिक्ष की मां रूपाली महंती ने पिता सुभाशीष शनिग्रही, देवाशीष शनिग्रही, सुजय चंद्र शनिग्रही और झरना शनिग्रही पर कोर्ट कंप्लेन के जरिए हत्या को अंजाम देने की प्राथमिकी दर्ज कराई. पूर्व में अंतरिक्ष की मौत की पूरी जांच रांची पुलिस और सीआईडी के द्वारा की जा चुकी है. दोनों ही जांच में हत्या के सबूत नहीं मिले हैं.

क्यों की गई सीबीआई जांच की अनुशंसा
डीजीपी कमलनयन चौबे को भेजे गए पत्र में जिक्र है कि वादिनी रूपाली महंती ने कई बार आवेदन समर्पित कर अनेक बिंदुओं पर जांच करने का आग्रह किया है. आवेदन में दिए गए बिंदुओं पर जांच की गई है, लेकिन जांच में प्राथमिक अभियुक्तों के खिलाफ कोई ठोस साक्ष्य नहीं मिले. जांच से रूपाली महंती असंतुष्ट हैं. ऐसे में उन्होंने सीबीआई जांच की मांग से जुड़े आवेदन सीआईडी मुख्यालय को दिए थे. इसके आधार पर सीआईडी मुख्यालय ने जांच की अनुशंसा कर दी.

अरगोड़ा पुलिस ने जांच के बाद केस को बंद कर दिया था
अंतरिक्ष की मौत के मामले में अरगोड़ा थाना में एफआईआर दर्ज हुई थी. एफआईआर में अज्ञात कार चालक पर मोटरसाइकिल सवार अंतरिक्ष को धक्का मारने का जिक्र था. अनुसंधान के बाद पुलिस ने मामले को दुर्घटना का मामला मानते हुए जांच की, फिर केस को सत्य लेकिन सूत्रहीन बताते हुए जांच बंद कर दी. इसके बाद रूपाली महंती ने जनसंवाद में भी शिकायत की, जिसमें उन्होंने अपने पति सुभाशीष पर ही षडयंत्र कर हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया. जनसंवाद में मुख्यमंत्री के आदेश के बाद 28 मार्च 2018 को सीआईडी ने जांच शुरू की.

सीआईडी को भी हत्या के सबूत नहीं मिले
सीआईडी में एसपी पी मुरूगन के पर्यवेक्षण में जांच शुरू हुई. डेढ़ साल चली जांच में सीआईडी को अभियुक्तों के खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं मिले, जिससे यह पुष्टि होती की साजिश के तहत अंतरिक्ष की हत्या को अंजाम दिया गया. सीआईडी को इस संबंध में कोई प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष साक्ष्य नहीं मिले.

मां-पिता के अलगाव के बाद हक मांगना वजह
मृत छात्र अंतरिक्ष के नाना गोपाल महंती ने बताया कि सुभाशीष और रूपाली के बीच अलगाव हो चुका था. अंतरिक्ष अपनी मां के साथ रहकर डीपीएस स्कूल में पढ़ाई करता था. मां रांची में रहकर अपने इकलौते बेटे को पढ़ाती थी, जबकि पिता असम के कूच बिहार रोड में टी रिसर्च एसोसिएशन में कार्यरत थे. अंतरिक्ष पढ़ाई के लिए अपने पिता से हक के पैसे मांगता था, इस बात से पिता और परिवार के अन्य लोग नाराज रहते थे. संपति में हिस्सा न मिले इसके लिए पिता, दादा, चाचा ने साजिश रची. सुजॉय चंद्र शनिग्रही पर अपराधियों से सांठगांठ कर योजना तैयार करने का आरोप लगा है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details