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ईडी की हिरासत में IAS राजीव अरुण एक्का के करीबी बिल्डर, बहनोई के घर भी पड़ा छापा - कंपनी फ्रंटलाइन एंड विनायक ग्रुप

झारखंड की आईएस पूजा सिंघल की गिरफ्तारी के बाद ईडी एक्शन में है और ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है. मंगलवार को ईडी ने मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव और गृह विभाग के सचिव राजीव अरूण एक्का के करीबियों के यहां छापेमारी की है. इसके बाद उन्होंने विशाल चौधरी नाम के बिल्डर और कारोबारी को गिरफ्तार किया है.

Builder close to IAS Rajiv Arun Ekka in ED custody
Builder close to IAS Rajiv Arun Ekka in ED custody

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Published : May 24, 2022, 10:08 PM IST

Updated : May 25, 2022, 7:54 AM IST

रांची:आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल प्रकरण में ईडी की कार्रवाई लगातार जारी है. मंगलवार को निलंबित आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल के बाद ईडी ने मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव और गृह विभाग के सचिव राजीव अरूण एक्का के करीबियों के यहां छापेमारी की. छापेमारी के बाद देर शाम सात बजे ईडी ने अशोक नगर रोड नंबर छह में रहने वाले बिल्डर और कारोबारी विशाल चौधरी को हिरासत में ले लिया.

ये भी पढ़ें:पूजा सिंघल मामलाः ईडी की छापेमारी में भारी मात्रा में मिला कैश, हिरासत में विशाल चौधरी


सुबह से रेड जारी:इससे पहले ईडी की टीम ने सुबह आठ बजे रांची के अशोकनगर रोड नंबर छह स्थित विशाल चौधरी के घर, अरगोड़ा में विशाल चौधरी की कंपनी फ्रंटलाइन एंड विनायक ग्रुप के दफ्तर, आईएएस राजीव अरूण एक्का के बहनोई निशिथ केसरी के अरगोड़ा स्थित ऑक फोरेस्ट अपार्टमेंट में (निशिथ केसरी कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड) एनकेसीपीएल कंपनी के दफ्तर और मुजफ्फरपुर में विशाल चौधरी के पैतृक घर में छापेमारी की. ईडी के अधिकारियों के मुताबिक, छापेमारी के दौरान बड़ी रकम की बरामदगी नहीं हुई है, लेकिन सभी जगहों पर छापेमारी के दौरान निवेश से जुड़े कागजात, भारी मात्रा में पैसों के ट्रांजेक्शन से जुड़े सबूत और डिजिटल डिवाइस जब्त किए गए हैं. ईडी ने तकरीबन एक दर्जन ठिकानों पर छापेमारी की.

सुबह आठ बजे से शुरू हुई छापेमारी:जानकारी के मुताबिक, सुबह आठ बजे ईडी ने एक साथ आधा दर्जन ठिकानों पर छापेमारी की. छापेमारी करने गई टीम ने सभी संदिग्धों के मोबाइल फोन जब्त कर लिए थे. जानकारी के मुताबिक, छापेमारी के दौरान विशाल केसरी ने अपना मोबाइल फोन अपने घर के बाहर के कचरे में फेंक दिया था, ताकि मोबाइल फोन से कोई साक्ष्य ईडी को नहीं मिल पाए. लेकिन तकरीबन दो घंटे के खोजबीन के बाद आई फोन मोबाइल को कचरे से बरामद किया गया. वहीं, विनायका ग्रुप के दफ्तर के बाद भी कई कागजात फेंक दिए गए थे, मौके से ईडी ने कई आईएएस और आईपीएस अधिकारियों के फोन नंबर, इंकम टैक्स से जुड़े कागजात, कोरोना के दौरान किट की सप्लाई से जुड़े डाक्यूमेंट बरामद किए.

कैसे पूजा सिंघल से जुड़े मामले के तार:पूजा सिंघल की गिरफ्तारी के बाद शेल कंपनियों के जरिए मनी लाउंड्रिंग के साक्ष्य ईडी को मिले थे. ईडी ने इससे संबंधित हलफनामा भी कोर्ट में दिया था. जिसमें बताया गया था कि सत्ता के उच्च पदस्थ लोगों की भूमिका मनी लाउंड्रिंग में सामने आयी है. शेल कंपनियों के जरिए रियल स्टेट कारोबार में करोड़ों के निवेश संबंधी जानकारी ईडी को मिली थी. जिसके बाद ईडी ने पेशे से बिल्डर निशिथ केसरी और विशाल चौधरी के ठिकानों पर दबिश दी. रांची में निशिथ केसरी कई बड़े रियल स्टेट प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं.

करोड़ों के लेन देन से जुड़े साक्ष्य मिले:ईडी के अधिकारियों के मुताबिक, छापेमारी के दौरान करोड़ों के लेन देन से जुड़े साक्ष्य मिले हैं. ईडी की टीम ने छापेमारी के दौरान नोट गिनने की मशीन विशाल चौधरी के घर मंगवायी थी, लेकिन ईडी अधिकारियों के मुताबिक मौके से कम मात्रा में कैश मिले हैं.

जांच में कर रहे सहयोग:निशिथ केसरी के भाई पारितोष केसरी ने छापेमारी के बाद ओक फॉरेस्ट में मीडिया से बात करते हुए कहा कि इडी की टीम उनके कार्यालय में आयी थी. जांच के दौरान उन्हे जो कागजात चाहिए थे, मुहैया कराया गया. पारितोष ने कहा कि जांच में ईडी को पूरे दिन सहयोग किया गया, आगे भी ईडी को जो जरूरत होगी मुहैया कराया जाएगा.

Last Updated : May 25, 2022, 7:54 AM IST

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