रांची:बिरसा मुंडा की जयंती को अब राष्ट्रीय जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया जाएगा. भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जनजाति मोर्चा ने केंद्र सरकार के इस फैसले पर खुशी जताई है. भाजपा एसटी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष शिवशंकर उरांव ने इसका स्वागत करते हुए कहा कि देश की आजादी के 70 सालों में पहली बार जनजाति समाज को यह गौरवपूर्ण सौगात मिला है.
2000 गांवों में मनेगा राष्ट्रीय जनजातीय गौरव दिवस
भाजपा एसटी मोर्चा राज्यभर के 2000 आदिवासी बहुल गांवों में राष्ट्रीय जनजाति गौरव दिवस मनाएगी. भाजपा एसटी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष शिवशंकर उरांव ने कहा कि इन गांवों में भगवान बिरसा का फोटो लगाकर माल्यार्पण किया जाएगा, साथ ही ग्रामीणों के साथ बैठकर भाजपा नेता स्थानीय समस्या और उसके समाधान पर चर्चा करेंगे. मुख्य कार्यक्रम उलीहातू में आयोजित होगा.
शिवशंकर उरांव, प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा एसटी मोर्चा ये भी पढ़ें:पूरे देश में जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाई जाएगी बिरसा मुंडा की जयंती, केंद्र सरकार का फैसला
हेमंत सरकार पर साधा निशाना
पूर्व विधायक एवं भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष शिवशंकर उरांव ने हेमंत सरकार को आदिवासी विरोधी बताते हुए कहा कि चुनाव के वक्त की गई घोषणा हवा हवाई साबित हो रही है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के द्वारा आदिवासी हितों की अनदेखी की जा रही है. नवगठित टीएसी को असंवैधानिक बताते हुए शिवशंकर उरांव ने कहा कि इसमें लिए जा रहे निर्णय अमान्य होंगे.
15 नवंबर को पूरे देश में 'जनजातीय गौरव दिवस' के तौर पर मनाया जाएगा. 15 नवंबर भगवान बिरसा मुंडा की जयंती है. मोदी कैबिनेट की बैठक में इस प्रस्ताव पर मुहर लगी है. केंद्रीय आदिवासी कल्याण मंत्री अर्जुन मुंडा ने इसकी जानकारी दी. आगामी 15 से 22 नवंबर तक 'आजादी के अमृत महोत्सव' के तहत पूरे देश में जनजातीय महोत्सव मनाया जाएगा. जिसके तहत जनजातीय समुदाय के स्वतंत्रता सेनानियों के कृतित्व, उनकी कला और संस्कृति पर कार्यक्रम आयोजित होंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 नवंबर को भोपाल में 'जनजातीय गौरव दिवस' पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे.