रांची: प्रदेश में प्रमुख विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने शुक्रवार को राज्य में महागठबंधन वाली सरकार को आड़े हाथों लिया. पार्टी के प्रदेश महामंत्री आदित्य साहू ने कहा कि राज्य में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा के महागठबंधन ने आम लोगों से बहुत सारे वादे किए, लेकिन सरकार गठन के 8 महीने पूरे होने के बाद भी वे वादे अभी तक जमीन पर नहीं उतर पाए हैं.
'न बेरोजगारी भत्ता मिला और न कृषि लोन हुआ माफ'
उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी बात यह है कि सरकार ने बेरोजगारों को भत्ता देने का वादा किया था. वहीं, यह भी कहा था कि सरकार गठन के बाद किसानों की ऋण माफी उनकी प्राथमिकता होगी, लेकिन अभी तक इस मामले में कोई पहल नहीं की गई है. उन्होंने कहा कि पारा शिक्षकों को लेकर भी बड़े-बड़े वादे किए गए थे, लेकिन अभी तक उनकी समस्या भी जस की तस है.
बढ़ रही आपराधिक घटनाएं
आदित्य साहू ने कहा कि उग्रवादी घटनाएं भी राज्य में बढ़ गई हैं. इसके साथ ही डेवलपमेंट का काम भी राज्य में रुका हुआ है. साहू ने कहा कि हैरत की बात यह है कि 8 महीने गुजर जाने पर राज्य सरकार के ट्रेजरी का ताला 8 दिन भी नहीं खुला. वहीं, दूसरी तरफ लोग बेरोजगारी का दंश झेल रहे हैं.
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झामुमो का दावा सारे वादे होंगे पूरे
झारखंड मुक्ति मोर्चा ने पलटवार करते हुए कहा कि महागठबंधन की सरकार ने जो भी वादा किया है उसे प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाएगा. उन्होंने साफ तौर पर कहा कि पारा टीचर की बात हो चाहे अन्य मामले जो भी सरकार के समक्ष रखे गए हैं उस पर विचार किया जा रहा है. जेएमएम ने दावा किया कि उन सभी मुद्दों पर सरकार जल्द फैसला लेगी. बता दें कि राज्य में बड़ी संख्या में मनरेगा कर्मी आंदोलनरत हैं. इसके साथ ही राज्य भर के पारा मेडिकल कर्मियों ने भी सरकार के खिलाफ आंदोलन छेड़ रखा है, जबकि पारा टीचर भी अपनी मांगों को लेकर बराबर आंदोलन करते रहे हैं.