रांची: झारखंड विधानसभा शीतकालीन सत्र का आज चौथा दिन है. चौथे दिन भी सदन हंगामेदार रहा. झारखंड विधानसभा में मॉब लिंचिंग बिल लाया गया. इससे पहले राहुल गांधी ने अपने ट्विटर पर लिखा कि 2014 से पहले मॉब लिंचिंग जैसे शब्द नहीं थे. जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने राहुल गांधी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया.
राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा कि 2014 से पहले मॉब लिंचिंग जैसे शब्द नहीं थे. राहुल गांधी की बात को आगे बढ़ते हुए कांग्रेस विधायक बंधु तिर्की ने कहा कि सच पूछा जाए तो 2014 से पहले मॉब लिंचिंग जैसे घटनाएं नहीं होती थी. लेकिन जब से भारतीय जनता पार्टी की केंद्र में सरकार बनी है मॉब लिंचिंग की घटनाएं बढ़ी हैं. ऐसे में राहुल गांधी ने जो लिखा है उसमें इंकार नहीं किया जा सकता है.
राहुल गांधी ने मॉब लिंचिंग के बहाने पीएम मोदी पर साधा निशाना, BJP ने याद दिलाई 1984 की घटना - 1984 की घटना
झारखंड विधानसभा में मॉब लिंचिंग बिल पेश किया गया. इससे पहले राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए ट्विटर पर लिखा कि 2014 से पहले मॉब लिंचिंग शब्द सुनने को भी नहीं आता था. इसके बाद बीजेपी विधायकों ने राहुल गांधी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया.
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वहीं, मॉब लिंचिंग को लेकर राहुल गांधी (Rahul Gandhi on mob lynching) के द्वारा किए गए ट्विटर को लेकर भारतीय जनता पार्टी के विधायक राज सिन्हा ने चुटकी लेते हुए कहा कि राहुल गांधी क्या कहते हैं उन्हें खुद ही नहीं पता रहता है. इसलिए राहुल गांधी की बातों को भारतीय जनता पार्टी दूध भात मानती है. राहुल गांधी सिर्फ बेतुकी और बिना सिर पैर के बात करते हैं.
वहीं, भारतीय जनता पार्टी के विधायक सीपी सिंह ने कहा कि 1984 में दिल्ली के अंदर सिख समुदाय के सैकड़ों हजारों लोगों जिंदा जला दिया गया मारा गया उस समय लिंचिंग शब्द का इस्तेमाल नहीं होता था. लेकिन जब से एक विशेष समुदाय के लोगों के साथ इस तरह की घटनाएं हो रही हैं अब लिंचिंग सब लोगों को खटकने लगा है. हालांकि सीपी सिंह ने ये भी कहा कि घटना जैसी भी हो किसी को भी कानून अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए. लेकिन या लिंचिंग शब्द को भी लाने वाले कांग्रेस और वामपंथी दल के लोग हैं.