रांची: चान्हो के पतरातू में किसान लखन महतो की मौत मामले पर राजनीति तेज हो गई है. विपक्षी दल लगातार रघुवर सरकार को इसका जिम्मेवार ठहरा रहे हैं. जिसको लेकर सत्तारूढ़ बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा है कि आजादी के बाद पहली बार किसानों के हित में मोदी और रघुवर सरकार ने बेहतर काम किया है, लेकिन विपक्ष को यह नहीं दिख रहा. विपक्षी दल मोतियाबिंद के शिकार हो गए हैं.
किसान मौत मामले में विपक्ष के आरोपों पर बीजेपी का पलटवार, कहा- मोतियाबिंद के शिकार हो गए हैं विपक्षी दल - farmer committed suicide
चान्हो में किसान के आत्महत्या मामले में कांग्रेस सरकार पर लगातार निशाना साध रही है. जिस पर पलटवार करते हुए बीजपी ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार सरकार किसानों के लिए काम कर रही है, जो विपक्षी दल को दिखाई नहीं दे रहा.
विपक्षी दल नकारात्मक सोच वाली- बीजेपी
प्रदेश बीजेपी के उपाध्यक्ष आदित्य साहू ने विपक्षी दलों के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा है कि पहली बार मोदी सरकार में किसानों के हित के लिए योजनाएं चलाई जा रही हैं. किसानों के खाते में डायरेक्ट राशि पहुंचाई जा रही है. वहीं राज्य में रघुवर सरकार भी इस योजना को अमलीजामा पहना रही है. किसान खुद को सुरक्षित महसूस कर रहे हैं. लेकिन विपक्षी दल नकारात्मक सोच वाले हैं. विपक्षी दलों को मोतियाबिंद हो गया है. इसीलिए उन्हें यह नहीं दिख रहा है. उन्होंने कहा कि विपक्षी दल बीजेपी से घबराये हुए हैं. इसलिए अनर्गल बयानबाजी करने में लगे रहते हैं.
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मामले में विपक्ष ने सरकार को घेरा
बता दें कि किसान की मौत पर विपक्षी दलों का सीधे तौर पर कहना है कि राज्य में किसानों की आत्महत्या का मामला नया नहीं है. बल्कि सरकारी योजना की जटिलता की वजह से किसान कर्ज में डूब कर आत्महत्या को गले लगा रहे हैं, लेकिन फिर भी सरकार गंभीर नहीं है. चान्हो की घटना में भी यही हुआ है. इसके बावजूद जिला प्रशासन सरकार के इशारे पर मामले को दुर्घटना का रूप देने में लगी हुई है.