रांची:प.बंगाल चुनाव परिणाम के बाद वहां हो रही हिंसा से नाराज बीजेपी कार्यकर्ताओं ने बुधवार को अपने घरों में ही सांकेतिक धरना देकर विरोध जताया. इस हिंसा के विरोध में प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद दीपक प्रकाश सहित झारखंड बीजेपी के सभी विधायक, सांसद और पार्टी पदाधिकारियों ने प्रतीकात्मक धरना दिया.
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धरना के जरिये भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा कि प. बंगाल चुनाव के बाद राजनीतिक हत्या का सिलसिला लोकतांत्रिक व्यवस्था के खिलाफ है. ममता बनर्जी के संरक्षण में टीएमसी के गुंडों ने जिस तरह से भाजपा के 17 कार्यकर्ताओं की हत्या की, सैकड़ों कार्यकर्ताओं को घायल किया और हजारों लोगों के घरों में घुसकर महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार किया गया, निंदनीय है. भाजपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों की दुकान लूटे जाने की निंदा करते हुए दीपक प्रकाश ने कहा कि लोकतंत्र में हिंसा का कहीं स्थान नहीं है.
धरना पर कांग्रेस का पलटवार
दीपक प्रकाश ने कांग्रेस और झामुमो पर भी निशाना साधते हुए कहा कि प. बंगाल चुनाव में झामुमो ने टीएमसी को समर्थन दिया था. आज वहां हिंसा हो रही है इस पर हेमंत सोरेन मौन धारण किए हुए हैं. कांग्रेस को भी अपना मुंह खोलना चाहिए. इधर, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश के बयान पर कांग्रेस ने पलटवार किया है. कांग्रेस नेता आलोक दुबे ने इसे नौटंकी करार देते हुए कहा कि जनता का रहनुमा बताने वाले भाजपा नेता कोरोना महामारी जैसे समय में कहां हैं. उन्होंने कहा कि घर से धरना और घर से ही गोल गोल चिठ्ठी लिखना इनकी नियति बन गई है.