रांचीः प्रदेश की प्रमुख विपक्षी पार्टी बीजेपी ने शनिवार को साफ तौर पर कहा कि मौजूदा परिप्रेक्ष्य में राज्य सरकार द्वारा दूसरे राज्यों से झारखंड आने वाले लोगों को होम क्वॉरेंटाइन में रखने का फैसला राजनीति से प्रेरित है. बोकारो से पार्टी के विधायक विरंची नारायण ने कहा कि राज्य सरकार को यह निर्णय बहुत पहले ही ले लेना चाहिए था. अब जब झारखंड बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश और पार्टी के विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी दिल्ली में है तब सरकार ने यह सर्कुलर जारी किया है. ऐसे में यह साफ तौर पर राजनीति से प्रेरित नजर आता है, हालांकि बीजेपी विधायक ने स्पष्ट किया कि चूंकि यह राज्यादेश है, इसलिए पार्टी उसका सम्मान करेगी.
विरंची नारायण ने कहा कि इस बाबत पार्टी ने काफी पहले ही झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के दौरान आवाज उठाई थी. उन्होंने कहा कि उस वक्त राज्य सरकार ने न तो अपना बॉर्डर सील किया और न ही बॉर्डर पर जांच का कोई कदम उठाया. उन्होंने कहा कि उस वक्त तो राज्य सरकार बजट सत्र में व्यस्त थी और होली मिलन कर रही थी. बोकारो विधायक ने कहा कि सबसे बड़ी बात यह है कि ट्रेन से लोगों को लाने की मांग सबसे पहले झारखंड सरकार ने की और जब केंद्र सरकार ने उनकी मांग मानी तो अब वह उसकी आलोचना कर रहे हैं.