रांची: भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने शनिवार को हेमंत सरकार पर हमला किया. उन्होंने कहा कि राज्य में उद्योग धंधे चौपट हो रहे हैं लेकिन तबादला उद्योग तेजी से फल-फूल रहा है. आज गरीबों, मजदुरों, रोज कमाने खाने वाले, ठेला खोमचा लगाकर परिवार चलाने वाले दयनीय हालत में है. शिक्षित बेरोजगार नवयुवक रोजगार की तलाश में दर-दर भटक रहा है. कोरोना संक्रमण में अपने घर लौटे मजदूर फिर से लाखों की संख्या बाहर जाने को विवश है. अस्पताल में मरीज इलाज के बिना दम तोड़ रहे हैं. राज्य सरकार को इनकी स्थिति कैसे सुधरे, इसकी चिंता नही है. सरकार को चिंता इसकी है कि कैसे सत्ता के दलालों को खुश किया जाय.
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इसके लिए एक उद्योग खोल रखी है, वह है तबादला उद्योग. उन्होंने कहा कि अधिकारियों के ट्रांसफर पोस्टिंग की बोली लगाई जा रही है. उन्होंने कहा कि जैसे हत्या, लूट, बलात्कार, उग्रवाद, भूख से मौत आदि के क्षेत्र में राज्य नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है उसी प्रकार तबादला के क्षेत्र में भी नए-नए कीर्तिमान स्थापित हो रहे हैं. शायद ही कोई सप्ताह होगा जिसमें इस सरकार ने ट्रांसफर पोस्टिंग नहीं किए होंगे.
राज्य में उद्योग धंधे बंद, 9 महीने की हेमंत सरकार में फल-फूल रहा है तबादला उद्योग: बाबूलाल मरांडी - भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी का हेमंत सरकार पर आरोप
भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सरकार पर हमला किया. उन्होंने कहा कि राज्य में उद्योग-धंधे चौपट हो रहे हैं लेकिन 9 महीने की हेमंत सरकार में तबादला उद्योग फल-फूल रहा है
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उन्होंने कहा कि हद तो तब होती है जब ट्रांसफर की अधिसूचना जारी होती है और महज तीन घंटे में पूरी अधिसूचना रद्द हो जाती है. 30 सितंबर को 6 पुलिस उपाधीक्षकों का तबादला और उसी दिन सारे आदेश रद्द कर दिया जाना, इसका ताजा उदाहरण है. उन्होंने कहा कि ऐसा करने कराने के पीछे आखिर कौन सी ताकत काम कर रही है. उन्होंने कहा कि ट्रांसफर पोस्टिंग के भी नियम कायदे निर्धारित हैं लेकिन इस निकम्मी सरकार को नियमों से कुछ भी लेना देना नहीं है.