रांची: JPSC छात्रों पर हुए लाठीचार्ज के बाद अब इस पर राजनीति भी तेज हो गई है. सत्तारूढ़ दल जेएमएम ने जहां छात्रों पर हुए लाठीचार्ज की निंदा करने के बजाय इसे बीजेपी के शह पर होने वाला आंदोलन बताया है. वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल ने मंगलवार को राज्यपाल से मुलाकात की और पूरी घटना से उन्हें अवगत कराते हुए हस्तक्षेप करने का आग्रह किया.
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दीपक प्रकाश ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपते हुए छात्रों की मांगों पर विचार करते हुए सातवीं से दसवीं सिविल सेवा परीक्षा में गड़बड़ी का आरोप लगाया है. इस दौरान दीपक प्रकाश ने जेएमएम पर निशाना साधते हुए कहा कि जेपीएससी में डकैती हो रही है. जिसका विरोध करने पर सरकार छात्रों के आंदोलन को लाठी के बल पर दबाना चाहती है. राज्यपाल से मिलने वाले बीजेपी शिष्टमंडल में पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी, विधायक अमर बाउरी सहित भाजपा के कई नेता और विधायक शामिल थे.
छात्रों पर लाठीचार्ज मामले पर राजनीति
भाजपा प्रायोजित है जेपीएससी छात्रों का आंदोलन- जेएमएम
जेएमएम ने छात्रों के आंदोलन को भाजपा प्रायोजित कार्यक्रम बताते हुए बीजेपी पर निशाना साधा है. राज्य सरकार के मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने छात्रों पर हुए लाठीचार्ज की निंदा करते हुए कहा कि जेपीएससी ने अभी तक मार्क्स भी जारी नहीं किया है. ऐसे में छात्रों द्वारा आंदोलन करना उचित नहीं है. उन्होंने कहा कि सरकार छात्रों से अपील करती है कि किसी के साथ अन्याय नहीं होगा. यदि कोई त्रुटि है तो उसे दूर कर लिया जाएगा. बीजेपी के उकसावे में छात्र ना आएं.
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कैसे हुआ छात्रों पर लाठीचार्ज
सिविल सेवा पीटी रिजल्ट में हुई गड़बड़ी के विरोध में मंगलवार को मोरहाबादी मैदान में छात्रों का महाजुटान हुआ था. राज्यभर के छात्र जेपीएससी कार्यालय जाने के लिए बढे थे. इस दौरान पुलिस के साथ नोंकझोंक हुई और उसके बाद पुलिस ने लाठी चलाना शुरू कर दिया. छात्रों के इस महाजुटान में BJP विधायक नवीन जायसवाल और भानु प्रताप शाही भी शामिल थे. JPSC अभ्यर्थी कट ऑफ मार्क्स (Cut Off Marks) जारी न किए जाने को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इसके साथ ही अभ्यर्थी पीटी परीक्षा को रद्द करने की मांग पर भी अड़े हैं. अभ्यर्थी JPSC कार्यालय तक मार्च निकालने की तैयारी में थे. इसे लेकर पुलिस प्रशासन ने बैरिकैडिंग लगा रखी थी. इसी बीच भीड़ उग्र हो गई और छात्रों पर जिला प्रशासन ने लाठीचार्ज कर दिया.