रांचीः सीएम हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है. मंगलवार को पूछताछ के लिए पंकज मिश्रा को ईडी दफ्तर बुलाया गया था. दिन भर की पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है. सदर अस्पताल में मेडिकल जांच के बाद पंकज मिश्रा को कोतवाली थाना में रखा गया है. बुधवार को ईडी कोर्ट में उन्हें पेश किया जाएगा.
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झारखंड में अवैध खनन से अर्जित अवैध कमाई से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मंगलवार को बरहेट विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा रांची के दफ्तर में पूछताछ हुई. मंगलवार की सुबह लगभग 10:45 पर पंकज मिश्रा रांची स्थित ईडी के जोनल कार्यालय पहुंचे. इससे पहले दो बार ईडी के द्वारा समन दिए जाने के बावजूद पंकज मिश्रा स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर पूछताछ के लिए नहीं आए थे.
सांसद निशिकांत दुबे ने किया ट्वीटःसांसद निशिकांत दुबे ने पंकज मिश्रा को लेकर ट्वीट किया है. उन्होंने तंज कसते हुए ट्विटर पर लिखा है कि 'सुना है कि पंकज काफ़ी डरा हुआ है और रोते रोते बुरा हाल है, इतना भी क्या कष्ट है ? बच्चों की तरह क्यों रो रहे हो? सब कुछ सही बता दो और चिंता मुक्त हो जाओ बांकी काम तो दाहु यादव ने कर ही दिया है. झारखंड के सबसे भ्रष्टाचारी शासन की कहानी.
अपने एक और ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि ' वही हुआ जिसका डर था, पंकज भाग नहीं पाया, आख़िर ED ने उसको माइनिंग घोटाले में पकड़ लिया, पंकज मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी का प्रतिनिधि है. लगता है कि अब भ्रष्टाचार का दरवाजा टूटेगा'.
दो बार पूर्व में भी जारी हुआ था समनः 8 जुलाई को ईडी ने पंकज मिश्रा और उनके करीबी कारोबारियों के यहां छापेमारी की थी. छापेमारी के बाद पंकज मिश्रा, दाहू यादव, बच्चू यादव और निमाई शील को ईडी ने पूछताछ के लिए समन जारी किया था. समन मिलने के बाद दाहू यादव, बच्चू यादव और निमाई शील पिछले चार दिनों से ईडी दफ्तर आ रहे थे. लेकिन बरहेट विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा पूछताछ के लिए उपस्थित नहीं हो रहे थे. आखिरकार तीसरे समन जारी होने के बाद पंकज मिश्रा मंगलवार को ईडी दफ्तर पूछताछ के लिए पहुंचे.
क्या है पूरा मामलाः झारखंड में मनरेगा घोटाले में कार्रवाई के जरिए ईडी ने तत्कालीन खनन सचिव पूजा सिंघल के खिलाफ कार्रवाई की थी. लेकिन पैसों की बरामदगी के लिंक की पड़ताल शुरू हुई तो मामला अवैध खनन से जुड़ गया. ईडी ने साहिबगंज समेत संथाल परगना के कई जिलों के डीएमओ से पूछताछ की थी. मिली जानकारी के अनुसार पहली बार 8 जुलाई को छापामारी के बाद उत्तराखंड में 12 घंटे तक पंकज मिश्रा से पूछताछ की गई थी. उसके बाद से ही पंकज मिश्रा ईडी के राडार पर है.
पंकज ने कहा नो कमेंट्सः मंगलवार को जब पंकज मिश्रा ईडी दफ्तर पहुंचे तो उनसे पत्रकारों ने सवाल पूछने की कोशिश की. लेकिन उन्होंने तमाम सवालों के जवाब में कहा नो कॉमेंट्स और हाथ हिलाते हुए पंकज मिश्रा ईडी दफ्तर के अंदर दाखिल हो गए.