रांचीः मांडर विधायक बंधु तिर्की ने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर केरल राज्य के एर्नाकुलम कोच्चि जिले में फंसी झारखंड की 1500 छात्राओं को वापस लाने के लिए त्वरित कार्रवाई करने की मांग की है. उन्होंने कहा है कि पूर्व की सरकार के समय में कौशल विकास के नाम पर इन छात्राओं को 6 से 7 हजार रुपये के मानदेय पर जॉब के लिए भेजा गया था और अब लॉकडाउन की वजह से सभी वहां फंसी हुईं हैं.
केरल में फंसी 1500 छात्राएं, बंधु तिर्की ने उनकी वापसी के लिए मुख्य सचिव को लिखा पत्र - झारखंड की 1500 छात्राएं केरल में फंसी
रांची के मांडर विधायक बंधु तिर्की ने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर केरल राज्य के एर्नाकुलम कोच्चि जिले में फंसी झारखंड की 1500 छात्राओं को वापस लाने के लिए त्वरित कार्रवाई करने की मांग की है. उन्होंने कहा है कि पूर्व की सरकार के समय में कौशल विकास के नाम पर इन छात्राओं को 6 से 7 हजार रुपये के मानदेय पर जॉब के लिए भेजा गया था और अब लॉकडाउन की वजह से सभी वहां फंसी हुईं हैं.
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बंधु तिर्की ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार द्वारा कौशल विकास के तहत प्रशिक्षित छात्राएं केरल राज्य के एर्नाकुलम में केआईपीएफ गारमेंट्स लिमिटेड कंपनी में 6 से 7 हजार के मानदेय पर जॉब कर रही थी, लेकिन वैश्विक महामारी के फैलने के बाद हुए लॉकडाउन में उन्हें कंपनी द्वारा आवंटित हॉस्टल से निकाल दिया गया है. उनके पास खाने-पीने के आवश्यक सामग्री की कमी हो गई है. उन्होंने कहा है कि ऐसे कई उदाहरण है. जिसमें सरकार के स्किल डेवलपमेंट के नाम पर फर्जी तरीके से किए गए प्लेसमेंट और देश के दूसरे राज्यों में 6 से 7 हजार के मानदेय पर भेजे गए हैं और वर्तमान लॉकडाउन में त्राहिमाम है. उन्होंने कहा कि इन छात्राओं को उनके घर वापसी के लिए त्वरित कार्रवाई की जाए, साथ ही उन्होंने पत्र में संपर्क के लिए मोबाइल नंबर 9006003563 भी दिया है.