कांकेः विधानसभा चुनाव के मद्देनजर तमाम प्रत्याशी अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र का भ्रमण कर रहे हैं. इस दौरान लगातार ईटीवी भारत विभिन्न क्षेत्र का भी ग्राउंड जीरो हकीकत जानने की कोशिश कर रही है कि आखिर उस इलाके में कितना काम हुआ है. वहीं, मौजूदा विधायक ने इन 5 सालों में कितना काम किया है और जो कार्य होना था वह हुआ भी या फिर अब भी उसमें कार्य बाकी है.
ये भी पढ़ें-गुजराती नेता और सूबे के मुख्यमंत्री को जेल जाने से भगवान भी नहीं रोक सकतेः हेमंत सोरेन
इसकी जांच-पड़ताल करने ईटीवी भारत की टीम ग्राउंड जीरो पर पहुंची. बता दें कि कांके विधानसभा क्षेत्र के बुढ़मू प्रखंड अंतर्गत एक सुदूरवर्ती गांव बगदा है, जहां दूर-दूर तक पक्की सड़क का नामोनिशान भी नहीं है. लोगों को अपने सामान को बाजार तक ले जाने के लिए काफी मशक्कत करना पड़ता है.
वहीं, ग्रामीणों का कहना है कि अगर कोई मरीज बीमार हो जाता है उसे सदर अस्पताल तक पहुंचाने में भी दिक्कतें आती हैं और कभी-कभी तो मरीज रास्ते में ही दम तोड़ देता है. लोगों का कहना है कि वोट मांगने के लिए नेता जनता के दरवाजे तक पहुंच जाते हैं लेकिन चुनाव जीतने के बाद जनता अपने विधायक का चेहरा तक देखने को तरस जाते हैं. यहां तक कि लगातार रघुवर सरकार यह नारा लगाती है कि झारखंड में विकास तेजी से हो रहा है लेकिन जमीनी हकीकत तो कुछ और ही है.