रांची: बीजेपी में शामिल हुए विधायक बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री को गुरुवार को पत्र लिखकर कहा है कि पिछले 2 दिनों से रिम्स निदेशक डॉ डीके सिंह को विरमित करने को लेकर घटनाक्रम हो रहा है. कोरोना संकट जैसे गंभीर मौके पर इसको कंही से उचित नहीं ठहराया जा सकता है.
उन्होंने कहा है कि जानकारी के अनुसार रिम्स निदेशक ने एम्स भटिंडा में अपने चयन के बाद झारखंड में कोरोना वायरस और इसमें रिम्स की महती भूमिका के मद्देनजर मानवता के तौर पर विभाग से कोरोना की स्थिति सामान्य होने के बाद विरमित करने का आग्रह किया है. विभाग ने निदेशक के इस प्रस्ताव को स्वास्थ्य मंत्री के पास भेज दिया है लेकिन स्वास्थ्य मंत्री ने निदेशक की इस भावना का कद्र करने की बजाय इनको तत्काल हटाने की अनुशंसा करते हुए संचिका को आपके पास भेज दिया है.
बाबूलाल मरांडी ने लिखा पत्र उन्होंने कहा कि एम्स भटिंडा में एक्सिक्यूटिव डायरेक्टर जैसे महत्वपूर्ण पद पर अपनी नियुक्ति के बाद भी कोरोना खत्म होने के बाद झारखंड छोड़ने के निदेशक के भावनात्मक आग्रह को समझने की जरूरत है. इसके विपरीत सरकार के मंत्री ने इस प्रकार निदेशक को जलील किए जाने का प्रयास करना कोरोना जैसे संकट के बीच में हटाने की बात करना काफी घृणित और शर्मनाक है. उन्होंने मुख्यमंत्री को सुझाव देते हुए कहा है कि रिम्स के निदेशक से अनुरोध करिए कि कोरोना संकट तक इस पद पर वह बने रहे.
ये भी देखें-सीएम हेमंत ने रेल मंत्री से की बात, कहा- आप रेल चलाएं, लोगों को हम वापस ले आएंगे झारखंड
उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि निदेशक की संचिका जो आपके पास विचाराधीन है. इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए कोरोना संकट तक रिम्स के निदेशक को उनके पद पर बनाए रखें ताकि निदेशक की भावना का भी कद्र हो जाए और कोरोना के समय में रिम्स की चिकित्सकीय व्यवस्था भी पहले की तरह चलती रहे. इसके साथ ही ऐसे मंत्रियों पर भी लगाम लगाएं.